लखनऊ: तीनों कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने ट्वीट के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को सलाह दी है। मायावती ने देश में तीव्र आंदोलन के बाद कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान का 'देर आए दुरुस्त आए' कह कर स्वागत किया।
लेकिन इसके साथ ही मायावती ने इसे चुनावी स्वार्थ व मजबूरी का फैसला बताकर यह भी कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार की नीयत पर भी शक किया जा रहा है। इसलिए इस बारे में कुछ और ठोस फैसले लेना जरुरी हैं। बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा कि किसानों की फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) सुनिश्चित करने के लिए कानून लाया जाए। देश की आन बान शान से संबंधित अति गंभीर मामलों को छोड़कर आंदोलित किसानों पर दर्ज बाकी सभी मामलों की वापसी भी केंद्र सरकार सुनिश्चित करे, तो यह उचित होगा।
उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती कहा कि पूर्व में देश ने खासकर कांग्रेस पार्टी की इंदिरा गांधी की रही सरकार के अहंकार एवं तानाशाही वाले रवैये को बहुत झेला है, लेकिन अब पूर्व की तरह वैसी स्थिति देश में दोबारा पैदा ना हो ऐसी देश को आशा है।
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