दिल्ली : केंद्र की बीजेपी सरकार के सहयोगी लगातार बगावती स्वर में बात करने की होड़ में है. नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र में सत्तारुढ़ एनडीए के सहयोगी दल तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू पहले ही मोदी का सिरदर्द बड़ा रहे है वही प्रकरण पर कांग्रेस ने भी मौका परस्ती शुरूकर दी है. आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने से इनकार के बाद एनडीए में भूचाल आया हुआ है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कह दिया है कि आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा नहीं स्पेशल पैकेज दिया जाएगा. उन्होंने कहा था कि आंध्र प्रदेश को स्पेशल स्टेटस के आधार पर ही स्पेशल पैकेज दिया जाएगा.
इस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद अहमद पटेल ने ट्विट कर पूरे घटनाक्रम को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री ऐसे महत्वपूर्ण मौके पर आंध्र के मुख्यमंत्री का फोन नहीं उठा रहे हैं. यह आंध्र प्रदेश की जनता के लिए अच्छा नहीं है.वहीं कांग्रेस ने 13 मार्च को सोनिया गांधी की ओर से बुलाई गई विपक्ष की बैठक के लिए टीडीपी को भी न्यौता भेजा गया है, जहां कई विपक्षी दलों के आने की संभावना है.
गौरतलब है कि, केंद्र सरकार के फैसले से नाराज टीडीपी के कोटे से मोदी कैबिनेट में शामिल दोनों मंत्री गुरुवार की सुबह इस्तीफा दे सकते हैं, वहीं आंध्र प्रदेश सरकार में शामिल बीजेपी के दो विधायक भी इस्तीफा दे सकते हैं. मोदी सरकार की कैबिनेट में टीडीपी के अशोक गजपति राजू और वाई एस चौधरी शामिल हैं.
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