हाल ही में हुई एक स्टडी में एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) चैटबॉट्स को लेकर एक महत्वपूर्ण चेतावनी दी गई है। स्टडी के अनुसार, मरीजों को दवाओं की जानकारी लेने के लिए एआई चैटबॉट्स पर भरोसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये हमेशा सटीक और सुरक्षित जानकारी नहीं देते। बेल्जियम और जर्मनी के शोधकर्ताओं ने इस स्टडी के दौरान पाया कि चैटबॉट्स द्वारा दिए गए कई जवाब गलत या हानिकारक हो सकते हैं।
एआई चैटबॉट्स पर भरोसा न करने की सलाह
इस शोध को बीएमजे क्वालिटी एंड सेफ्टी नामक पत्रिका में प्रकाशित किया गया। इसमें बताया गया कि एआई चैटबॉट्स की ओर से दिए गए जवाबों को समझना कभी-कभी मुश्किल हो सकता है, और इसके लिए उच्च स्तर की शिक्षा की जरूरत हो सकती है। 2023 में एआई संचालित चैटबॉट्स के आगमन से सर्च इंजन में बदलाव आया, और इन्होंने विस्तृत जवाबों के साथ एक नया इंटरैक्टिव अनुभव प्रदान किया। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि ये चैटबॉट्स सटीक जानकारी देने में विफल हो सकते हैं।
विशेषज्ञों की राय
जर्मनी के फ्रेडरिक-अलेक्जेंडर-यूनिवर्सिटी एर्लांगेन-नूर्नबर्ग की टीम ने बताया कि चैटबॉट्स इंटरनेट पर उपलब्ध बड़े डेटासेट पर आधारित होते हैं और स्वास्थ्य संबंधी सवालों का जवाब दे सकते हैं। लेकिन, उनकी जानकारी कई बार गलत हो सकती है और यह मरीजों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। इस स्टडी के तहत, शोधकर्ताओं ने बिंग कोपायलट नामक एक चैटबॉट से अमेरिका में सबसे ज्यादा लिखी जाने वाली 50 दवाओं के बारे में सवाल किए। फिर उन्होंने चैटबॉट द्वारा दिए गए जवाबों की सटीकता और समझने की सरलता का आकलन किया।
गलत जवाबों का प्रतिशत
स्टडी में पाया गया कि केवल आधे सवालों के जवाब पूरी तरह से सटीक थे। इसके अलावा, चैटबॉट द्वारा दिए गए 26 प्रतिशत जवाब संदर्भ डेटा से मेल नहीं खाते थे, और 3 प्रतिशत मामलों में जवाब पूरी तरह से गलत थे। इन जवाबों में से 42 प्रतिशत जवाबों से मरीज को मध्यम या हल्का नुकसान हो सकता था, जबकि 22 प्रतिशत मामलों में गंभीर नुकसान की संभावना थी।शोधकर्ताओं का मानना है कि एक बड़ी समस्या यह है कि चैटबॉट्स मरीज के सवालों के पीछे के असली उद्देश्य को समझने में असमर्थ हैं। इसलिए, भले ही एआई चैटबॉट्स बहुत सी जानकारी दे सकते हैं, फिर भी मरीजों के लिए यह जरूरी है कि वे अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श करें।
शोधकर्ताओं ने कहा कि चैटबॉट्स की क्षमताओं के बावजूद, यह हमेशा आवश्यक है कि मरीज किसी भी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें। चैटबॉट्स की जानकारी पर पूरी तरह भरोसा करना सुरक्षित नहीं है।
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