अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) के अध्यक्ष कल्याण चौबे और महासचिव शाजी प्रभाकरण ने सोमवार को ब्रुसेल्स में बेल्जियम के फुटबॉल अधिकारियों से मुलाकात करके इंडियन फुटबॉल के तकनीकी पक्ष को बेहतर बनाने के मकसद से कई मुद्दों पर वार्ता भी की है। रॉयल बेल्जियम फुटबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष पॉल वैन डेन बल्क, CEO पीटर बोसार्ट, संचालन निदेशक फुटबॉल जेले शेलस्ट्रेटे और सलाहकार हेडेली सस्सी ने अपनी संस्था के मुख्यालय में चौबे और प्रभाकरण का स्वागत भी किया है।
चौबे ने बैठक के उपरांत बोला है, ‘‘रॉयल बेल्जियम फुटबॉल एसोसिएशन के साथ हमारी बैठक बहुत उपयोगी थी। जिससे हमें कई तकनीकी केस में सुधार करने में सहायता मिलने वाली है। बेल्जियम बीते एक दशक से विश्व फुटबॉल में अग्रणी देश रहा है, और यह उनके अनुभव का लाभ उठाने का भारत के पास शानदार मौका मिलता है।’’ खबरों का कहना है कि भारतीय फुटबॉल में पहली बार एलीट मैच अधिकारियों (रैफरी और सहायक रैफरी) को पूर्णकालिक अनुबंध भी दिए जा चुके है। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) और उसके व्यावसायिक साझेदारों के संयुक्त निवेश के अंतर्गत ‘विजन 2047' के खाके के अंतर्गत एलीट रैफरी विकास योजना (ईआरडीपी) का लक्ष्य भारतीय फुटबॉल पारिस्थितिकी तंत्र को रैफरियों के लिए व्यावहारिक करियर ऑप्शन बनाना है।
पहले समूह में आठ रैफरी और इतने ही सहायक रैफरी को शामिल भी किया जा चुका है। पेशेवर मैच अधिकारियों के अगले समूह का एलान कर दिया गया है जो की वर्ष2024 में होने वाली है। AIFF के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने बोला है,‘‘फुटबॉल का मुकाबला रैफरी के बिना आयोजित नहीं किया जा सकता है और इसलिए यह हमारे लिए मुख्य फोकस का इलाके।
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