अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने शनिवार को बोला है कि उसने संतोष ट्राफी को सऊदी अरब लाने का अपना उद्देश्य अपने नाम कर लित्य है, लेकिन साथ ही स्पष्ट किया कि यह आवश्यक नहीं है कि इस घरेलू टूर्नामेंट को आने वाले वर्ष फिर यहीं आयोजित किया जाने वाला है। संतोष ट्राफी के लिए राष्ट्रीय फुटबॉल चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल, तीसरे स्थान का मैच और फाइनल टूर्नामेंट के इतिहास में पहली बार सऊदी अरब में खेला जाने वाला है। सऊदी अरब फुटबॉल महासंघ द्वारा किंग फहद अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में टूर्नामेंट के अंतिम मैचों की मेजबानी भी की जा रही है।
एआईएफएफ के महासचिव शाजी प्रभाकरण ने इस बारें में बोला है, ‘‘हम संतोष ट्राफी को हमारी प्रतिष्ठित और प्रमुख प्रतियोगिताओं में से एक के तौर पर प्रस्तुत करना चाह रहे थे। हमारा उद्देश्य उस स्तर को ऊपर उठाना था। कुल मिलाकर AIFF की ओर से हमने संतोष ट्राफी को विदेश में लाने का उद्देश्य को प्राप्त करना है। '' उन्होंने कहा, ‘‘किसने उम्मीद की थी कि मेघालय और कर्नाटक फाइनल खेलेंगे। यह अच्छा है क्योंकि इतने साल (54) के बाद कोई नया चैम्पियन निकलेगा।''
प्रभाकरण ने कहा, ‘‘अब हम पर इसी तरह की उम्मीदों को उठाने का दबाव होगा। अब इस स्तर को बरकरार रखना हमारे ऊपर है। एक तरह से यह हमारे लिये अच्छा ही है। '' अगले सत्र में भी टूर्नामेंट सऊदी अरब में कराया जायेगा तो इस पर उन्होंने इस बारें में आगे बोला है कि, ‘‘सऊदी अरब फुटबॉल महासंघ से हमारा गठजोड़ सिर्फ संतोष ट्राफी तक ही सीमित नहीं है, हमने जिस समझौते पत्र पर हस्ताक्षर किये, उसमें फुटबॉल के कई पहलू शामिल थे जिसमें से संतोष ट्राफी को यहां कराना एक था।''
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