नई दिल्ली: पूरे देश में कोरोना वायरस महामारी से निजात पाने के लिए टीकाकरण का अभियान चल रहा है. फिलहाल, स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जा रही है. इसके साथ ही 50 वर्ष से अधिक की आयु वाली आबादी को मार्च 2021 से वैक्सीन लगनी आरंभ होगी. इनमें वो लोग भी शामिल हैं जो किसी न किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं और उनकी आयु 20 से 50 वर्ष है.
दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डायरेक्टर, डॉ. रणदीप गुलेरिया ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी दी है. डॉ. रणदीप गुलेरिया ने यह भी बताया कि हाई रिस्क वर्कर्स की लिस्ट में मवेशियों और पशुओं का उपचार करने वाले लोग शामिल नहीं हैं, क्योंकि वो कोविड-19 मरीजों का उपचार नहीं कर रहे हैं. एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने साफ किया कि वैक्सीन लगाने की प्राथमिकता इस बात पर निर्भर करती है कि किसी व्यक्ति की आयु क्या है और कहीं वह किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित तो नहीं है.
इस बीच, देश में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के हर दिन के नए मामले इस महीने में तीसरी बार 10,000 से नीचे रहे. कोरोना की गिरफ्त में आने से मरने वालों की तादाद फरवरी में सातवीं बार 100 से नीचे रही. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोरोना संक्रमण के एक दिन में 9,309 नए केस सामने आने के बाद देश में संक्रमित लोगों की कुल तादाद बढ़कर 1,08,80,603 हो गई है.
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