पटना: पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में बच्चों पर कोरोना वैक्सीन के ट्रायल का एक चरण यानी 12 से 18 साल के बच्चों का टीकाकरण संपन्न हो चुका है. अब दूसरे चरण के तहत 6 से 12 साल के बच्चों को टीका लगाया जा रहा है. इस संबंध में AIIMS के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट सीएम सिंह ने बताया कि बच्चों की वैक्सीन के ट्रायल में किसी किस्म की झिझक नहीं दिख रही है.
उन्होंने कहा कि वैक्सीन के वयस्कों पर ट्रायल के दौरान अधिक झिझक दिख रही थी. बच्चों के ट्रायल में डॉक्टर्स, स्टाफ के साथ ही आम नागरिक भी अपने बच्चों को शामिल कराने के लिए उत्साहित हैं. सीएम सिंह ने कहा कि ट्रायल पूरा करके एविडेंस जेनरेट करने में कम से कम तीन माह का वक़्त लगेगा. इसके बाद इसे अप्रूवल के लिए भेजा जाएगा. यदि सबकुछ सही रहा तो इस साल के अंत तक बच्चों के लिए वैक्सीन आ सकती है.
पटना AIIMS में बच्चों की वैक्सीन के ट्रायल के दौरान ये बात भी सामने आई है कि बहुत से बच्चों में पहले से ही एंटीबॉडी मौजूद थी. मेडिकल सुपरिंटेंडेंट ने बच्चों का आंकड़ा तो नहीं बताया, मगर ये जरूर कहा कि कुछ बच्चों में पहले से ही एंटीबॉडी मौजूद पाई है, जिसके चलते उन्हें वैक्सीन के ट्रायल में शामिल नहीं किया गया. बताया जा रहा है कि इस ट्रायल में कई डॉक्टर्स ने भी अपने बच्चों को टीका लगवाया है. AIIMS में प्लास्टिक सर्जरी विभाग की हेड ऑफ डिपार्टमेंट वीणा सिंह ने अपने 13 वर्षीय पुत्र सत्यम पर वैक्सीन का ट्रायल कराया है.
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