नई दिल्ली : कभी किसी बड़े या छोटे आॅपरेशन के लिये तीन वर्ष बाद की तारीख दी जा सकती है क्या, उत्तर संभवतः नहीं में ही होगा, लेकिन एम्स में एक ऐसा मामला सामने आया है जब यहां से किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित महिला से यह कहा गया है कि यदि उसे आॅपरेशन करवाना है तो तीन वर्ष तब इंतजार करना होगा।
जिस महिला के साथ मामला जुड़ा हुआ है वह ब्रेन ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है। बताया गया है कि बिहार की रहने वाली रामरती देवी इस उम्मीद से एम्स पहुंची थी कि वहां उसका इलाज न केवल ठीक ढंग से होगा वहीं उसे चिकित्सक नया जीवन भी दे देंगे। लेकिन जब चिकित्सकों ने रामरती देवी को आॅपरेशन कराने के लिये 2020 की तारीख दी तो उसे यह समझ में नहीं आया कि वह आॅपरेशन का इंतजार करें या फिर चिकित्सकों ने उसे मौत की तारीख दे दी है।
इधर एम्स के चिकित्सकों का यह तर्क है कि मरीजों की संख्या बहुत अधिक है, इसलिये बीमारी की गंभीरता के आधार पर ही आॅपरेशन के लिये प्रमुखता तय करना होती है। चिकित्सकों ने एम्स में संसाधनों की कमी का भी रोना रोया है।
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