नई दिल्ली: एम्स के रेंजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (RDA) ने पश्चिम बंगाल में चल रही डॉक्टरों की हड़ताल का समर्थन किया है. इस मुद्दे पर आयोजित एक प्रेस वार्ता में एम्स आरडीए के जनरल सेक्रेट्री अरुण पांडेय ने कहा है कि मैं कोलकाता के डॉक्टरों को कहना चाहता हूं कि जब तक आपकी मांग पूरी नहीं की जाती हैं, हम आपके साथ खड़े हुए हैं.
इस संदर्भ में एक अन्य जनरल सेक्रेट्री राजीव रंजन ने कहा है कि आज आवाम सोच रही है कि डॉक्टर क्यों उग्र हो गए? मैं देश के नेताओं, नौकरशाहों और करोड़ों मरीजों से सवाल करना चाहता हूं कि क्या डॉक्टरों के जान-माल की कोई कीमत नहीं है? हम किसी सियासी पार्टी के वोट बैंक नहीं हैं. उन्होंने कहा है कि हमारी समस्याएं सुनने की जगह एक महिला सीएम ने अपने ईगो को शांत करना ठीक समझा. हमारे दोस्तों को धमकी दी गई कि काम पर लौटो नहीं तो हॉस्टल से बाहर निकाल दिए जाओगे. क्या हमारे जान-माल की कोई कीमत नहीं है? देश राजनेताओं से क्यों नहीं पूछता है?
एम्स आरडीए ने मांग करते हुए कहा कि हमें एक केंद्रीय कानून चाहिए जिसमें डॉक्टर पर हमला करने वाले पर कड़ी से कड़ी सजा का प्रावधान हो. उन्होंने कहा है कि हमने उन रोगियों को जो हमारे हक़ के लिए खड़ा न हो सकें, उनके लिए हमने नौ से 12 बजे तक तक आपातकाल की सेवा उपलब्ध कराई और आगे भी सारा बैकलॉग हम पूरा करेंगे. उन्होंने कहा है कि आज 12 बजे दोपहर से हम आपातकाल आईसीयू के अलावा सारी सेवा ठप्प कर देंगे.
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