हांगकांग: हांगकांग की एयरलाइन कैथे पैसिफिक ने आखिरकार यह बात कबूली कि मार्च में उसने अपने नेटवर्क में संदिग्ध गतिविधि देखी थी, जानकारी के अनुसार कैथे पैसिफिक एयरलाइन पर ये आरोप लगा था कि उसने करीब 94 लाख यात्रियों का डाटा लीक किया है। वहीं एयरलाइन द्वारा ये स्वीकारा गया है कि वास्तव में यात्रियों का डाटा लीक हुआ था। इसके अलावा कैथे पैसिफिक द्वारा हैकिंग की बात कबूल करने में पांच महीने का लंबा समय क्यों लगाया गया और साथ ही पासपोर्ट नंबर और क्रेडिट कार्ड का ब्योरा सहित 94 लाख यात्रियों का डाटा जोखिम में क्यों डाला इन सभी बातों को लेकर अब एयरलाइन पर सवालिया निशान लगाया जा रहा है।
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दरअसल कुछ समय पहले एयरलाइन द्वारा यात्रियों के डाटा को लीक करने के आरोप लगे थे। जिस पर एयरलाइन ने बुधवार को ये बात कबूली कि मार्च में उसने अपने नेटवर्क में संदिग्ध गतिविधि देखी थी। जिसके बाद मई माह में उन्हें निजी डाटा लीक होेने की बात पता चली। हालांकि ग्राहक एवं वाणिज्यिक मामलों के मुख्य अधिकारी पॉल लू ने बताया कि अधिकारी कोई घोषणा करने से पहले हालात पर पूरी तरह से नियंत्रण चाहते थे और अनावश्यक दहशत पैदा नहीें करना चाहते थे।
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गौरतलब है कि इस तरह से यात्रियों का डाटा लीक होने पर चारों ओर एयरलाइन की कड़ी आलोचना हो रही थी और फिर एयरलाइन द्वारा इस बात को इतने समय तक छिपाया गया जिससे वह लगातार सवालों के घेरे में फंसती नजर आई है। इसके अलावा एयरलाइन ने स्वीकार किया है कि लगभग 860,000 पासपोर्ट नंबर, 245,000 हांगकांग पहचान पत्र, 403 क्रेडिट कार्ड और 27 क्रेडिट कार्ड नंबर में सेंध लगी है और अन्य जानकारियों में राष्ट्रीयता, जन्म की तारीख, फोन नंबर, ईमेल और आवासीय पते शामिल हैं।
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