वर्तमान समय में कोरोना वायरस पूरे विश्व के लिए बड़ा संकट बन चुका है। इसके साथ ही इससे बचने के लिए दुनिया के कई देशों ने लॉकडाउन की घोषणा की है। भारत में भी 14 अप्रैल तक 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की गई है। वहीं पूरे देश में लोग इस लॉकडाउन का उत्साहपूर्वक पालन कर रहे हैं जो कि इस वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने का एकमात्र उपाय है। हालांकि लॉकडाउन का पालन करना शुरूआती कुछ दिनों में आसान व एक अलग प्रकार का अनुभव प्रदान करने वाला होता है परन्तु आवश्यक चीजों की आपूर्ति न होने पर यह एक बड़ी समस्या का रूप भी ले सकता है।
वहीं आवश्यक चीजें जैसे दूध, घर का राशन, दवाएं, इंटरनेट, सफाई की चीजें आदि न होने की कल्पना मात्र ही हमें परेशान करने लगती है। फिलहाल आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत सरकार सारी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करा रही है, लेकिन कई ऐसी चीजें भी हैं जो कि वर्तमान समय में आवश्यक तो हैं लेकिन आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत नहीं आती, जैसे कि इंटरनेट। इंटरनेट को वर्तमान समय की मूलभूत आवश्यकता कहना अतिशयोक्ति नहीं हो सकती है । लॉकडाउन के समय को इंटरनेट ने काफी आसान बना दिया है। वहीं जहां आप इंटरनेट के द्वारा अपनी सारी आवश्यकताओं की पूर्ति तो कर ही सकते हैं साथ ही आप इस समस्या के समय घर बैठे सहायता भी प्राप्त कर सकते हैं । तो आइये हम आपको बताते हैं की कैसे आप इन जरूरतों की आपूर्ति कर सकते हैं।
इसके साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए चिकित्सा सुविधा के इंतजाम काफी पुख्ता किए गए हैं । वहीं लॉकडाउन में आवश्यक दवाओं की घर पर आपूर्ति की व्यवस्था की गई है, लेकिन कुछ दवाएं शायद लोकल स्टोर्स पर उपलब्ध नहीं रहती हैं जिसके लिए मेडलाइफ और फार्मइजी आदि प्लेटफार्म हैं जो कि इस मुश्किल परिस्थिति में आपकी सहायता के लिए तत्पर हैं। इसके साथ ही आप कोरोना हेल्पलाइन 011-23978046 पर भी कॉल करके चिकित्सीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही हर जिले में चिकित्सा आपात व आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति हेतु हेल्पलाइन नम्बर भी हैं, जिनकी सहायता से आप बिना घर से निकले हुए अपनी सारी आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकते हैं । वहीं याद रखें घर पर सुरक्षित रहकर ही कोरोना वायरस को हराया जा सकता है।
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