हर किसी का बचपन बिलकुल भी नार्मल नही होता है. कुछ लोग तो अपना बचपन सामान्य रूप से ही जीते है, जिसमें कोई परेशानी नहीं होती, कोई अधिक परेशान नहीं करता, जबकि कुछ लोग अपना बचपन लोगों के ताने-ताने सुनकर बिताते हैं. ये चीजें कभी-कभी दिल पर इतना गहरा जख्म देने का काम कर जाता है कि उनसे उबरना मुश्किल और भी ज्यादा हो जाता है. लोगों की जिंदगी से जुड़े ऐसे कई स्टोरी होती हैं, जो हैरान कर देते हैं. ऐसा ही एक स्टोरी है 26 साल के व्लाद वॉन किच (Vlad Von Kitsch) का, जो इंग्लैंड के ब्राइटन (Brighton) के रहने वाला है. उनके बचपन की दर्दभरी यादों ने उन्हें 'राक्षस' बना दिया है. उनके सिर पर राक्षसों की तरह सींग हैं, जिसे देख कर लोग डर जाते हैं.
दरअसल, केस कुछ यूं है कि बचपन से ही व्लाद के रंग-रूप को लेकर लोग उन्हें चिढ़ाते थे. स्कूल में भी बच्चे उनका मजाक उड़ाते थे और राक्षस, दानव, शैतान आदि कहकर बुलाया करते थे. फिर किया, ये बातें व्लाद के मन में इतनी घर कर गईं कि उन्होंने सचमुच में 'राक्षस' बनने यानी राक्षस जैसा दिखने का निर्णय कर लिया.
ख़बरों की माने तो अब व्लाद वॉन किच बिना सिर पर सींग लगाए घर से बाहर नहीं निकलते हैं. जिसके साथ साथ बड़े-बड़े नाखून, बड़े दांत और गठीले लंबे बाल ही उनकी पहचान बन चुके है. 'राक्षस' बनने के लिए व्लाद जबरदस्त मेकअप का सहारा लेने का काम करते है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राक्षस जैसा दिखने के लिए व्लाद को 3 से 4 घंटे मेकअप करने में लग जाते है. हालांकि यह तो कम वक़्त है. जब वो 'राक्षसी मेकअप' में ट्रेंड नहीं हुए थे, तब उन्हें दानवी रूप अपनाने के लिए 9-9 घंटे तक मेकअप करना पड़ जाता है.
अब तो व्लाद को अपना दानवी रूप इतना पसंद आने लगा है कि वो हर समय डरावने रूप में ही रहना पसंद करते हैं. लोग उनके इस रूप को देख कर डर भी जाते हैं, लेकिन रिपोर्ट्स का कहना है कि अभी भी लोग उनका मजाक उड़ाने और चोट पहुंचाने से बाज नहीं आते. हालांकि उन्होंने अब इसी को अपनी जिंदगी मान चुका है.
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