अमृतसर : गत माह ‘नानक शाह फकीर’ फिल्म की रिलीज को लेकर हुए विवाद के बाद अकाल तख्त ने 21 सदस्यीय सेंसर बोर्ड का गठन किया है .अब सिखों व उनके धर्म से संबंधित फिल्म बनाने से पहले फिल्म निर्माताओं को यहां से मंजूरी लेना अनिवार्य होगा.
उल्लेखनीय है कि गत माह ‘नानक शाह फकीर’ फिल्म की रिलीज को लेकर खूब विवाद हुआ था. इस फिल्म में सिखों के पहले गुरु का चित्रण किया था. जिसे लेकर सिख समाज में गलत चित्रण को लेकर काफी रोष देखा गया था. विवाद इतना बढ़ गया था कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एस.जी.पी.सी.) ने इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में भी अर्जी लगाई थी लेकिन शीर्ष अदालत ने इस पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था.
बता दें कि इसके बाद ही सिख सेंसर बोर्ड बनाने का विचार आया, ताकि कोई सिख पंथ से छेड़छाड़ न कर सके.इस बारे में अमृतसर में अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा कि प्रत्येक फिल्म निर्माता के लिए अब यह जरुरी हो गया है कि सिख धर्म या सिखों की विरासत से संबंधित फिल्म बनाने से पहले इस बोर्ड की अनुमति लेना होगा.फिल्म के बारे में अंतिम फैसला अकाल तख़्त करेगा.
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