नई दिल्ली: पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब राजनितिक पार्टियों की नजर आगामी लोकसभा चुनाव पर टिकी है. इन चुनावों में अहम् रोल निभाने वाला राज्य उत्तरप्रदेश भी इस मामले में कमर कस चुका है. सूत्रों के अनुसार,यूपी की दो मुख्य पार्टियों ने गठबंधन करने का ऐलान किया है, इन पार्टियों में बसपा, सपा और आरएलडी का नाम शामिल है. बताया जा रहा है कि यह खबर राहुल गांधी के लिए एक तगड़ा झटका साबित होगी.
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सूत्रों के अनुसार मायावती की पार्टी बीएसपी 38, अखिलेश की समाजवादी पार्टी 37 और आरएलडी 3 सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी. जबकि दो सीटें रायबरेली और अमेठी में गठबंधन चुनाव नहीं लड़ेगा. उल्लेखनीय है कि यहां से सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी चुनाव लड़ते रहे हैं, उत्तर प्रदेश में कुल 80 लोकसभा सीटें हैं.
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आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं होना विपक्षी एकता पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लगाता है. प्रदेश में अन्य राज्यों के मुकाबले सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में भाजपा ने समाजवादी पार्टी को पांच, कांग्रेस को दो सीटों पर समेट दिया था. वहीं बसपा खाता खोलने में भी नाकाम रही थी. अब जब उत्तर प्रदेश की इन दोनों पार्टियों का गठबंधन होने वाला है, तो ये दोनों ही राष्ट्रीय पार्टोयों के लिए एक बड़ा झटका साबित होगा.
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