लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सीएम अखिलेश यादव सोमवार को कानपुर दौरे पर थे। यहां उन्होंने जेल में बंद समाजवादी पार्टी MLA इरफान सोलंकी से मुलाकात की। इस मुलाकात से पहले अखिलेश यादव ने कानपुर देहात जाकर पुलिस कस्टडी में मरे बलवंत सिंह के घरवालों से मुलाकात की थी। बलवंत के घरवालों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई की वजह से उसकी मौत हुई थी।
वही इन दोनों मुलाकातों से वापसी के चलते अखिलेश यादव, आर्यनगर से समाजवादी पार्टी विधायक अमिताभ बाजपेई के आग्रह पर गंगा बैराज स्थित मनोज निषाद की मैगी की दुकान पर रूककर मैगी खाई। इस के चलते अखिलेश यादव ने व्यापारी का हाल चाल जाना। साथ में समाजवादी पार्टी विधायक मो। हसन रूमी, सपा विधायक अतुल प्रधान एवं पूर्व विधायक सतीश निगम उपस्थित रहे।
मैगी खाने की फोटो ट्वीट करते हुए पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने लिखा, 'छोटे कारोबारियों के विकास से ही, बीजेपी सरकार में दम तोड़ती अर्थव्यवस्था वापस सांस ले सकती है, कारोबारियों को प्रोत्साहन की आवश्यकता है ना कि भ्रष्टाचारी छापों की।' गौरतलब है कि हाल में कारोबारियों पर पड़े GST छापे का अखिलेश यादव पुरजोर विरोध कर रहे हैं। सोमवार को कानपुर जिला जेल में बंद सपा विधायक इरफान सोलंकी से अखिलेश यादव ने मुलाकात की। लगभग आधे घंटे की मुलाकात के पश्चात् अखिलेश यादव जेल से बाहर निकले और योगी सरकार पर बरस पड़े। उन्होंने कहा कि इरफान को झूठे मुकदमे में फंसाया गया है, इरफान ने कोई गलत काम नहीं किया, मगर एक के बाद एक मुकदमा लादा जा रहा है। पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि रामराज्य में क्या पुलिस तय करेगी कि क्या करना है? निकाय चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी के एक-एक विधायक को लक्ष्य बनाया जा रहा है, इरफान सोलंकी के खिलाफ षड्यंत्र किया जा रहा है, पुलिस ने उनका फर्जी आधार कार्ड बनाया है। अखिलेश ने आंदोलन छेड़ने की घोषणा की है।
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