लखनऊ. चुनाव आते ही नेता प्रचार में लग जाते है, अभी फ़िलहाल उत्तरप्रदेश राज्य में विधानसभा चुनाव चल रहे है. और वो कहते है न वोट पाने के लिए कुछ भी करने वाली हालात. यही हाल अभी नेताओ का है. इन आजमाइशों के बीच एक नया रवैया अपनाया गया है. इस रवैये में रिश्तो की कसम खाई जा रही है.
बता दे की प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो दिन पहले स्वयम को उत्तरप्रदेश का गोद लिया बेटा बताया तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री अखिलेश की पत्नी डिम्पल यादव ने पारिवारिक झगड़ो का चुनाव प्रचार का आधार बना लिया है. औरैया की आयोजित रैली में डिम्पल ने अपने पारिवारिक झगड़े का बखान किया, और बताया की ऐसी साजिश हुई थी की भैया के पास रह जाए सिर्फ चाबी और भाबी, किन्तु जनता के समर्थन के बाद उन्हें आखिर साईकिल मिल ही गई. यहाँ पर लोगो से भैया कहने का तात्पर्य अखिलेश यादव है.
डिम्पल ने आयोजित रैली में विरोधियो पर जमकर निशाना साधा, अखिलेश सर्कार के काम की प्रशंसा की और एक एक काम तक गिनाये. इस अवसर पर वह प्रधान मंत्री मोदी पर हमला करने से रुकी नहीं बल्कि बिना नाम लिए उन्होंने यह कहा की मन की बात तो खूब करते है, कभी काम की बात भी कर लिया करें. डिंपल ने मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि पत्थर वाली सरकार ने हाथी लगवाए और उनके कुछ हाथी बैठे हैं तो और कुछ खड़े हैं.
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