लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलकर काम करने के समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव के आरोपों पर उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव ने प्रतिक्रिया दी है. अखिलेश ने फिरोजाबाद में सपा-बसपा-रालोद की संयुक्त चुनावी रैली में शिवपाल पर तंज कसते हुए कहा था कि शिवपाल रात में भाजपा के नेताओं से मिलते हैं और उन्हीं के सहारे अपनी सियासी लड़ाई लड़ना चाहते हैं.
इस पर शिवपाल ने पलटवार करते हुए एक बयान में कहा कि, 'मुझ पर सवाल खड़ा करने वाले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पहले यह बताएं कि आखिर किसके कहने पर प्रोफेसर (सपा प्रमुख महासचिव राम गोपाल यादव) द्वारा अवैध सभा बुलाकर सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव का तिरस्कार कर राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी से हटाया गया था. क्या इसके लिए भाजपा ने उन्हें कहा था?'
शिवपाल यादव ने कहा कि, 'मेरा तो आजीवन सांप्रदायिकता के विरुद्ध संघर्ष का इतिहास रहा है, लेकिन आप पहले यह बताएं कि बसपा सुप्रीमो मायावती का इतिहास क्या रहा है? वे हमेशा की तरह इस बार भी वोट लेकर चुनाव बाद भाजपा से हाथ मिला लेंगी.' शिवपाल यादव ने कहा कि फ़िरोज़ाबाद की आवाम के पास नेताजी के अपमान का बदला लेने का यह स्वर्णिम अवसर है. आगामी 23 मई को जनता कई सारे सवालों के जवाब दे देगी.
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