सपा अभी से 2022 की तैयारी में काग चुकी है। जी दरअसल सपा के मुखिया अखिलेश यादव जिलावार जा-जाकर पार्टी के लोगों से विस्तार से बातें करते नजर आ रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक इस बातचीत में सपा सरकार के कामों का हवाला दे रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने यह भी ऐलान कर डाला है कि, 'अब बड़े दलों से गठबंधन नहीं होगा। छोटे दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे।' केवल इतना ही नहीं बल्कि मुरादाबाद में भी उन्होंने इस बात पर जोर दिया है। उनका कहना है कि उनकी कोशिश रहेगी जहां सुधार की गुंजाइश होगी वहां करेंगे। एक वेबसाइट से बातचीत में उन्होंने यह बात स्वीकार की कि बड़े दलों (कांग्रेस बसपा ) के साथ गठबंधन का अनुभव अच्छा नहीं रहा।
इसी के कारण वह इन दलों से दूरी बनाकर रखेंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा वह छोटे और स्थानीय दलों को आगामी चुनाव में तरजीह देंगे। इस दौरान अखिलेश ने अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव की पार्टी प्रसपा से गठबंधन करने के सवाल में कहा, 'वह भी छोटा दल है।' आप सभी को बता दें कि हाल ही में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुरादाबाद में संभल और मुरादाबाद के सांसद समेत कुछ और जनप्रतिनिधियों के घर पहुंच कर बात की। इस दौरान उन्होंने सभी से फीडबैक लिया कि किस तरह तैयारी की जाए।
वहीं सपा अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं में जोश भरा और सभी को बहुत से बातों को समझाया। आप सभी को बता दें कि अखिलेश यादव ने एक उदाहरण मुरादाबाद के आयोजन का दिया। इसमें उन्होंने बताया, 'मैं अभी सांसद डा. एसटी हसन के आवास से आ रहा था रास्ते में एक मेला दिखा जिसमें हिन्दू मुस्लिम एक साथ इन्जावय कर रहे हैं। सपा हमेशा इस पक्ष में रही है कि धर्म निरपेक्षता कायम रहे। लोग आपस में मिल जुल कर रहें। भाजपा भेदभाव पूर्ण काम करती है।'
स्टार प्लस के शो का ये मशहूर अभिनेता हुआ कोरोना संक्रमित, शूटिंग पर लगाई गई रोक
हरे निशान पर खुला शेयर बाजार, 507 अंक उछला सेंसेक्स
BJP ने किया राहुल गांधी पर पलटवार, बताया पश्चिमों देशों का एजेंट