लखनऊ: भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के समर्थन को लेकर राजस्थान के उदयपुर में दो कट्टरपंथियों ने पेशे से दर्जी कन्हैयालाल नाम के व्यक्ति की निर्मम हत्या कर दी। इतना ही नहीं हत्या के बाद उन्होंने घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी पोस्ट कर दिया। इस घटना को लेकर उदयपुर में तनाव का माहौल है। इस बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के नेताओं ने इस आतंकी कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा की है। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कन्हैया के हत्यारों के लिए सख्त से सख्त सजा की मांग की है।
कल एक ट्वीट में अखिलेश यादव ने लिखा कि, 'उदयपुर में जो उन्मादी हत्या हुई है उसकी जितनी निंदा हो वो कम है। आज समाज के हर एक व्यक्ति को आगे आना होगा और देश के भाईचारे को नफ़रत की भेंट चढ़ने से बचाना होगा।' उन्होंने लिखा- 'ऐसे आपराधिक तत्वों को समय रहते सख़्त से सख़्त सज़ा दी जाए जिससे देश के अमन-चैन के दुश्मन इसका लाभ न उठा सकें।'
बता दें कि, यह वही अखिलेश यादव हैं, जो CM रहते हुए आतंकियों पर दर्ज मुक़दमे वापस लेने लगे थे। दरअसल, लखनऊ, वाराणसी और फैजाबाद की कचहरियों में 23 नवंबर 2007 को हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले में 19 लोग गिरफ्तार किए गए थे, जिनपर दर्ज मुकदमों को अखिलेश यादव सरकार ने वापस लेने के आदेश दिए थे। लेकिन हाई कोर्ट ने उन्हें फटकार लगाते हुए कहा था कि, क्या आप आतंकियों को पद्मविभूषण देना चाहते हैं। बता दें कि, इन धमाकों में कई लोग मारे गए थे।
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