लखनऊ: बीते शनिवार को कोरोना वैक्सीन पर सपा अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विवादित बयान दिया था। वहीं अब तक उनके बयान की जमकर आलोचना हो रही है। आपको पता ही होगा अखिलेश ने बीते शनिवार को ऐलान किया था कि 'वह फिलहाल कोरोना की वैक्सीन नहीं लगवाएंगे, क्योंकि उन्हे बीजेपी की वैक्सीन पर भरोसा नहीं है।' अब अखिलेश अपने बयान पर सफाई देते नजर रहे हैं।
कोरोना का टीकाकरण एक संवेदनशील प्रक्रिया है इसीलिए भाजपा सरकार इसे कोई सजावटी-दिखावटी इवेंट न समझे और अग्रिम पुख़्ता इंतज़ामों के बाद ही शुरू करे. ये लोगों के जीवन का विषय है अत: इसमें बाद में सुधार का ख़तरा नहीं उठाया जा सकता है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 3, 2021
गरीबों के टीकाकरण की निश्चित तारीख़ घोषित हो.
जी दरअसल हाल ही में उन्होंने एक ट्वीट किया है जिसमे उन्होंने लिखा है, "कोरोना का टीकाकरण एक संवेदनशील प्रक्रिया है इसीलिए भाजपा सरकार इसे कोई सजावटी-दिखावटी इवेंट न समझे और अग्रिम पुख़्ता इंतज़ामों के बाद ही शुरू करे। यह लोगों के जीवन का विषय है अत: इसमें बाद में सुधार का ख़तरा नहीं उठाया जा सकता है। गरीबों के टीकाकरण की निश्चित तारीख घोषित हो।" अब उनके इस बयान पर BJP क्या राय देती है यह देखना दिलचस्प होगा।
क्या कहा था अखिलेश यादव ने- अखिलेश ने बीते शनिवार को कहा था, "हमें वैज्ञानिकों की दक्षता पर पूरा भरोसा है पर भाजपा की ताली-थाली वाली अवैज्ञानिक सोच व भाजपा सरकार की वैक्सीन लगवाने की उस चिकित्सा व्यवस्था पर भरोसा नहीं है, जो कोरोनाकाल में ठप्प-सी पड़ी रही है। हम भाजपा की राजनीतिक वैक्सीन नहीं लगवाएँगे। सपा की सरकार वैक्सीन मुफ़्त लगवाएगी।"
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