आगरा: 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए विपक्षी ताकतों को एकजुट करने की रणनीति के तहत, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव 25 फरवरी को आगरा में राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में शामिल होंगे। यह महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम उत्तर प्रदेश में भाजपा को हराने की कोशिशों को गति देगा।
गठबंधन की पुनर्स्थापना: 2019 के लोकसभा चुनावों में हार के बाद टूटे हुए कांग्रेस-सपा गठबंधन को 2024 में फिर से स्थापित करने की कोशिश की जा रही है। अखिलेश यादव का यात्रा में शामिल होना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कांग्रेस का निमंत्रण: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने खुद अखिलेश को आगरा में यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय और कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने लखनऊ में सपा मुख्यालय पहुंचकर अखिलेश को निमंत्रण पत्र सौंपा था।
प्रियंका गांधी की संभावित उपस्थिति: ऐसी संभावना है कि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी आगरा में यात्रा में शामिल हो सकती हैं। वह पहले हापुड़ में राहुल की यात्रा में शामिल हुई थीं।
सीट बंटवारे पर सहमति: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और सपा के बीच 40:40 के अनुपात में सीट बंटवारे पर सहमति बन गई है। कांग्रेस 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि सपा और इंडिया ब्लॉक के अन्य उम्मीदवार बची हुई 63 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
राहुल गांधी का संबोधन: राहुल गांधी आगरा में तेहरा गांव में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करेंगे। यह बैठक 2024 के चुनावों के लिए विपक्षी एजेंडे को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
चुनावी रणनीति: अखिलेश यादव का राहुल गांधी की यात्रा में शामिल होना 2024 के चुनावों के लिए विपक्षी रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह गठबंधन को मजबूत करेगा और भाजपा को हराने की संभावनाओं को बढ़ाएगा।
अन्य महत्वपूर्ण बातें:
अखिलेश यादव का राहुल गांधी की यात्रा में शामिल होना 2024 के चुनावों के लिए विपक्षी ताकतों को एकजुट करने और भाजपा को हराने की कोशिशों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण कदम है।
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