लखनऊ: किसान आंदोलन को लेकर विपक्षी पार्टियां लगातार केंद्र सरकार पर हमला कर रही है। जी दरअसल हाल ही में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके अखिलेश यादव ने भी केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है। वैसे वह पहले ही कह चुके हैं कि सपा नए कृषि कानूनों का विरोध करती है और पार्टी किसानों के साथ है। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा है कि, 'देश की सरकार ने किसानों का डेथ वारंट बिना बहुमत के पास कर दिया है, जिसका विरोध देश के किसान कर रहे हैं।'
भाजपा द्वारा किसानों को बदनाम करने के प्रपंचों से किसान बहुत आहत हैं. भाजपा ने नोटबंदी, जीएसटी, श्रम क़ानून व कृषि क़ानून लाकर खरबपतियों को ही फ़ायदा पहुँचाने वाले नियम बनाए हैं.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 31, 2021
भाजपा ने आम जनता को बहुत सताया है.
वो आँसू टपके बस दो आँख से हैं
पर दुख-दर्द वो लाखों लाख के हैं pic.twitter.com/O1G1PIIIIT
अब इसी क्रम में उन्होंने एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट के माध्यम से उन्होंने सरकार को निशाने पर लिया है। हाल ही में उन्होंने ट्वीट में लिखा, ''भाजपा द्वारा किसानों को बदनाम करने के प्रपंचों से किसान बहुत आहत हैं। भाजपा ने नोटबंदी, जीएसटी, श्रम क़ानून व कृषि क़ानून लाकर खरबपतियों को ही फ़ायदा पहुँचाने वाले नियम बनाए हैं। भाजपा ने आम जनता को बहुत सताया है। वो आँसू टपके बस दो आँख से हैं पर दुख-दर्द वो लाखों लाख के हैं''।
इस तरह अपने ट्वीट में अखिलेश ने शायराना अंदाज का भी इस्तेमाल किया है। बीते दिनों ही अखिलेश यादव ने यह भी कहा था कि, 'यूपी के सीएम कह रहे हैं कि प्रदेश में 14 करोड़ लोगों को नौकरी दे दी गई, लेकिन मुख्यमंत्री इटावा ,सैफई, मैनपुरी और फिरोजाबाद के लोगों से नफरत करते हैं। यूपी में उनकी कार्रवाई देखकर हमें नहीं लगता कि वो योगी हैं।' इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा था कि, 'बाबा मुख्यमंत्री लैपटॉप नहीं चला पाते, इसलिए उन्होंने लैपटॉप नहीं बांटे। ये लोग झूठ बोलकर राजनीति करने वाले लोग हैं, इनसे अच्छा झूठ कोई नहीं बोल सकता।'
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