हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए हादसे की जांच में पुलिस बाबा नारायण साकार हरि के लिए काम करने वाले लोगों को गिरफ्तार कर रही है. इसी में एक गिरफ्तारी मैनपुरी से भी की गई. यहां पुलिस ने रामलड़ैते यादव को गिरफ्तार किया था. बाद में उनके बेटे अंकित यादव ने इसकी खबर एक पत्र में सपा के प्रमुख अखिलेश यादव को दी थी. उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश प्रशासन ऐसी गिरफ्तारी करके अपनी नाकामी छुपाने का प्रयास कर रही है.
अखिलेश यादव ने कहा, "उत्तर प्रदेश शासन-प्रशासन ‘हाथरस हादसे’ में अपनी नाकामी छुपाने के लिए, छोटी-मोटी गिरफ़्तारियां दिखाकर सैकड़ों लोगों की मौत से अपनी जिम्मेदारी का पल्ला झाड़ना चाहता है. यदि ऐसा हुआ तो इसका मतलब ये निकलेगा कि इस प्रकार के आयोजन में हुई शासनिक-प्रशासनिक नाकामी से किसी ने कोई सबक नहीं लिया तथा ऐसी दुर्घटनाएं भविष्य में भी दोहरायी जाती रहेंगी.
उप्र शासन-प्रशासन ‘हाथरस हादसे’ में अपनी नाकामी छुपाने के लिए, छोटी-मोटी गिरफ़्तारियाँ दिखाकर सैकड़ों लोगों की मौत से अपनी ज़िम्मेदारी का पल्ला झाड़ना चाहता है। अगर ऐसा हुआ तो इसका मतलब ये निकलेगा कि इस तरह के आयोजन में हुई शासनिक-प्रशासनिक विफलता से किसी ने कोई सबक़ नहीं लिया और… pic.twitter.com/JTopRml0SL
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 6, 2024
अखिलाश यादव ने कहा, "शासन-प्रशासन किसी खास मंशा से व्यर्थ में ऐसे लोगों को गिरफ्तार कर रहा है, जो मूल आयोजन स्थल से दूर थे तथा गिरफ्तारी के पश्चात् उनको ही दोषी ठहराये जाने की तैयारी कर रहा है. ये गिरफ़्तारियां स्वयं में एक षड्यंत्र हैं. इन गिरफ़्तारियों की तुरंत न्यायिक जांच हो, जिससे उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार का खेल जनता के सामने लाया जा सके."
अखिलेश यादव ने एक X पोस्ट में कहा, "यदि भाजपा सरकार ये बोलती है कि ऐसे आयोजन से उसका कोई लेना-देना नहीं था, तो फिर भाजपा सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं. इस कार्यक्रम में आये अधिकांश गरीब लोग दुखी, शोषित, पीड़ित, वंचित, दलित थे, इस आधार पर इसका मतलब तो ये भी निकलता है कि ऐसे लोगों से भाजपा सरकार का कोई सरोकार नहीं है, जबकि सबसे पहले सरकार का ध्यान ऐसे लोगों की ओर ही जाना चाहिए."
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