लखनऊ: पीएम मोदी की रैली के बाद गाजीपुर में निषाद समुदाय की पत्थरबाजी में करीमुद्दीनपुर थाने में कार्यरत सुरेश वत्स की मौत हो गई है. पुलिसकर्मी की मौत के बाद अब इस पर सियासत भी शुरू हो चुकी है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर ताना कसा है. उन्होंने कहा है कि मंच पर पहुंचते ही सीएम योगी को एक ही भाषा आती है कि, ठोक दो. अखिलेश ने कहा कि लेकिन कभी पुलिस को ये समझ नहीं आता किसे ठोकना है और कभी जनता इसे समझ नहीं पाती और ठोंक देती है.
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उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने गाजीपुर में हुई पत्थरबाज़ी में सिपाही सुरेश वत्स की मौत पर दुख व्यक्त किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि ये घटना इस लिए हुई है क्योकि यूपी के सीएम योगी की एक ही भाषा है कि, ठोक दो, गाजीपुर में पुलिसकर्मी सुरेश वत्य की मौत उसी का उदहारण है.
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आपको बता दें कि गाजीपुर में एक तरफ पीएम मोदी की रैली हो रही थी, वहीं दूसरी तरफ सहयोगी पार्टी सुभासपा के साथ-साथ निषाद समाज भी आरक्षण की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन में लगा हुआ था. पीएम मोदी जब कार्यक्रम समाप्त होने पर शहर से चले गए तब पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शहर में कई स्थानों पर चक्का जाम कर दिया और रैली से लौट रहे वाहनों पर पत्थर फेंकने लगे. इस जाम को खुलवाने में जिले के करीमुद्दीन पुर थाने में कार्यरत सिपाही सुरेश वत्स (48) भी लगे हुए थे. पथराव में एक पत्थर सुरेश के सिर पर लग गया और वे गंभीर रूप से जख्मी हो गए, इसके बाद उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
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