लखनऊ : लगभग एक माह के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में हो रही हिंसा पर योगी सरकार पर जमकर हल्ला बोला. अखिलेश ने सहारनपुर में हुई हिंसा पर भी सवाल उठाए . अखिलेश ने कहा, लोकतंत्र की जो तस्वीर दिखाई जा रही है वो खतरनाक है.
बता दें कि अखिलेश ने सीएम योगी को अपरोक्ष रूप से कहा कि आपने यूपी की जनता से कहा कुछ और था और कर क्या रहे हैं. हम पर आरोप लगता था कि गुंडों की पार्टी है, थाने में गुंडे हैं. हमें भी गुंडा कहा गया क्योंकि हम अगर नेतृत्व कर रहे हैं तो हम भी हुए. हमारे समय में हर घटना में टीवी में हमारी फोटो लगाकर खबरें चलाते थे. अब किसी की हिम्मत नहीं है जो फोटो लगा दे.उन्होंने कहा कि हमारे समय में तो गुंडाराज कहा जाता था अब तो हिम्मत नहीं है किसी की शिकायत कर दें.
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि अब सरकार की सहारनपुर से परीक्षा है कि वे अपने विधायकों और सांसदों पर कितनी कार्रवाई करेंगे. छत्तीसगढ़ में जो घटना हुई है वो दुखद है. अब कितनी जान जाएगी? सरकार ने कहा था नोटबंदी से सबसे बड़ा नुकसान नक्सलवाद को होगा.उन्होंने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार को रोडमैप तैयार करने की सलाह दी.बातचीत और सख्ती दोनों रास्ते खुले होने चाहिए. अखिलेश ने फिर ईवीएम का मुद्दा उठाते हुए सवाल किया कि हर जगह बटन दबाने पर कमल को ही वोट क्यों जाता है, साइकिल पर क्यों नहीं जाता.
उल्लेखनीय है कि प्रेस कांफ्रेंस में महबूब अली ने कहा कि सहारनपुर में भाजपा के सांसद और पदाधिकारियों ने सहारनपुर में दंगे की साज़िश रची थी. इतिहास में पहली बार एसएसपी के आवास पर हमला हुआ . एसएसपी की पत्नी और बच्चों ने गौशाला में छुप के जान बचाई . जबकि विधायक संजय गर्ग ने कहा कि सहारनपुर में सुनियोजित तरीके से जबरन आतंक पैदा कर केसरिया गमछा का इस्तेमाल किया गया.
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