लखनऊ: स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव के तहत आज से हर घर तिरंगा अभियान का आरम्भ हो गया है। वहीं अयोध्या में तिरंगे के अपमान की एक घटना सामने आई है। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्विटर पर तिरंगे के अपमान का वीडियो साझा करते हुए लिखा- 'महापौर की मौजूदगी में अयोध्या नगर निगम द्वारा कूड़ा उठाने वाली गाड़ी से राष्ट्रध्वज पहुंचाने से राष्ट्रध्वज का जो तिरस्कार हुआ है, वो अक्षम्य है। महोत्सव के नाम पर राष्ट्रध्वज का ऐसा अपमान निंदनीय है।'
वही इससे पहले अखिलेश यादव ने भाजपा नेता का झंडा बेचते हुए का एक वीडियो साझा करते हुए लिखा- 'किसी के लिए देश का झंडा मान है तथा किसी के लिए बेचने का सामान है। भाजपाई हर बात पर दुकान लगाना बंद करें।' वहीं अखिलेश यादव ने सपा के एक ट्वीट को साझा किया। इसमें सपा ने तिरंगा को उलटा पकड़े हुए भाजपा नेता की तस्वीर साझा करते हुए लिखा- भाजपा नेताओं द्वारा निरंतर तिरंगे का अपमान किया जा रहा है। उसी क्रम में बीजेपी के पूर्व सांसद ने भी उल्टा तिरंगा पकड़ कर अपनी नकली राष्ट्रभक्ति का प्रदर्शन किया। तस्वीर से देखा जा सकता है कि इन्हें तिरंगे से प्यार नहीं बल्कि अपने शीर्ष नेताओं की तरह केवल फोटोबाजी का शौक है!
महापौर की उपस्थिति में अयोध्या नगर निगम द्वारा कूड़ा उठाने वाली गाड़ी से राष्ट्रध्वज पहुंचाने से राष्ट्रध्वज का जो तिरस्कार हुआ है, वो अक्षम्य है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 13, 2022
महोत्सव के नाम पर राष्ट्रध्वज का ऐसा अपमान निंदनीय है। pic.twitter.com/qxaP3zUSLm
वही सपा ने एक दिन पहले चित्रकूट भाजपा अध्यक्ष का एक फोटो साझा करते हुए लिखा था- शर्मनाक! चित्रकूट बीजेपी जिलाध्यक्ष के पैरों में पड़ा राष्ट्रध्वज तिरंगा देखिए। ये है भाजपाइयों द्वारा राष्ट्रध्वज के सम्मान के दावों का सच। कहीं बीजेपी नेतागण तिरंगे का रंग बदल रहे, कहीं उल्टा पकड़े हैं ,कहीं बेच रहे तो कहीं पैरों में रखे हैं। भाजपाईयों की राष्ट्रभावना यही है? उनकी ये पोस्ट इस समय चर्चा में बनी हुई है।
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