भोपाल। देश में एक बार फिर कोरोना को लेकर प्रशासन सख्त हो सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण द्वारा मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा गया है। इस दौरान पत्र में कहा गया है कि कोरोना के सभी पॉजिटिव केस के सैम्पल्स जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजें, ताकि कोरोना के वैरिएंट का पहले ही पता लगाया जा सके। आपको बता दें इन दिनों चीन, जापान, अमेरिका, कोरिया और ब्राजील जैसे देशों में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं
केंद्र के अलर्ट के बाद अब मध्यप्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है। प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने सभी सीएमएचओ को कोविड गाइडलाइन के हिसाब से अस्पतालों में मौजूद व्यवस्थाओं का ऑडिट करने के निर्देश दे दिया है। इस दौरान प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि मंगलवार को प्रदेश के 52 जिलों में सिर्फ भोपाल में 1 मरीज कोरोना पॉजिटिव मिला है।
मरीज के मिलने के बाद स्वास्थ विभाग द्वारा इसकी निगरानी बढ़ा दी गई है। इसी की साथ प्रदेश के सभी अस्पतालों में कितने ऑक्सीजन सिलेंडर हैं, कितने ऑक्सीजन बेड तैयार हैं, कहां पर कितने आईसीयू बेड हैं, तमाम स्वास्थ व्यवस्थाओं का निरिक्षण प्रदेश सरकार द्वारा किया जा रहा है । जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश में कोरोना के कुल 7 मरीज एक्टिव हैं। इसी के साथ किसी की भी मौत की खबर सामने नहीं आयी है। लेकिन पिछली बार इंदौर में कोरोना ने भारी कहर बरपाया था। जिसके चलते अब प्रदेश सरकार की सलाह है कि भीड़-भाड़ वाली जगह पर में मास्क पहनें, बूस्टर लगवाएं और हर स्थिति के लिए तैयार रहे।
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