नई दिल्ली : यह बहुत अच्छी बात है कि भारत पहली बार ऑस्ट्रेलिया को आम निर्यात करने जा रहा है. हालांकि, इसके लिए पहले भारतीय निर्यातकों को ऑस्ट्रेलिया के बायो सुरक्षा शर्तों को पूरा करना पड़ेगा. ऐसा होने पर इस सीजन में भारत के आम निर्यात में अच्छी वृद्धि हो सकती है. बता दें कि वर्ष 2016-17 में भारत ने करीब 46.13 हजार टन आम निर्यात किया था. इससे करीब 5.58 करोड़ डॉलर यानी 352 करोड़ से ज्यादा की विदेशी मुद्रा अर्जित की थी.
इस बारे में ऑस्ट्रेलियन आम उद्योग संगठन के रॉबर्ट ग्रे के अनुसार इससे पहले फिलिपींस और पाकिस्तान ऑस्ट्रेलिया से आम इम्पोर्ट करते रहे हैं. भारत आम का बहुत बड़ा उत्पादक है.यहां अच्छी किस्म के आम होते हैं.ऑस्ट्रेलिया भी अपने बाजार में इन्हें शामिल करना चाहता है.
वहीं दिल्ली की केबी निर्यातक के सीईओ कौशल खकड़ ने कहा कि हमारी कंपनी पहले आलफांसो और केसर किस्म के आमों को निर्यात करेगी. आलफांसो सबसे ज्यादा अमेरिका को निर्यात किया जाता है.ऑस्ट्रेलिया को आम का निर्यात हवाई मार्ग से किया जाएगा. बता दें कि भारत में हर साल करीब 2 करोड़ टन आम का उत्पादन होता है. जिसमें से 50 हजार टन भी निर्यात नहीं हो पाता है.आम उत्पादक और निर्यातक कुछ रियायतें मांग रहे हैं. .
यह भी देखें
फायदेमंद है गर्मियों में कच्चे आम की चटनी का सेवन