चंडीगढ़: हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने आज शनिवार (17 अगस्त) को कहा कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर फसलों की 100 प्रतिशत खरीद सुनिश्चित करेगी। सीएम सैनी ने चंडीगढ़ में किसान संघ की बैठक में कहा कि, "किसान का बेटा आज यहां आभार व्यक्त करने आया है। हमने तय किया है कि हरियाणा में सरकार MSP पर फसलों की 100 प्रतिशत खरीद सुनिश्चित करेगी।" सैनी ने आगे जोर दिया कि सरकार ने MSP पर फसलें खरीदी हैं।
सीएम सैनी ने आगे कहा कि, "डबल इंजन सरकार ने MSP पर 50 लाख 65,264 मीट्रिक टन बाजरा की खरीद सुनिश्चित की है। इसके अलावा, 33 लाख 52,000 मीट्रिक टन सरसों भी MSP पर खरीदी गई है।" उन्होंने कहा कि, "मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में MSP पर 96,000 मीट्रिक टन सूरजमुखी की खरीद भी सुनिश्चित की है।" हरियाणा सरकार ने सभी फसलों को MSP पर खरीदने का फैसला किया है। राज्य में रागी, सोयाबीन, काला तिल, कुसुम, जौ, मक्का, ज्वार, जूट, खोपरा और मूंग (ग्रीष्मकालीन) नामक 10 फसलों को MSP पर खरीदा गया।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, "हमारे प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिए फायदेमंद है। हर किसान को हर साल 6,000 रुपये मिलते हैं। अब तक किसानों को 17 किस्तें दी जा चुकी हैं।" इससे पहले गुरुवार को हरियाणा के सीएम ने 'मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक प्रोत्साहन योजना' के तहत सब्सिडी जारी की। उन्होंने कहा था कि, "समय बदलने के साथ-साथ घरों में गाय पालन कम हो गया है। आप जैसे लोगों की वजह से ही हरियाणा में दूध उत्पादन को रोजगार के रूप में स्थापित किया जा रहा है।"
सीएम ऑफिस से X पर पोस्ट किया गया था कि, "ऐसा हो ही नहीं सकता कि जब दूध और दही की बात हो तो हरियाणा का नाम न आए। अच्छी गुणवत्ता वाले और अधिक दूध देने वाले पशुओं तथा राज्य सरकार के बेहतरीन प्रयासों के कारण हरियाणा देश के अग्रणी दूध उत्पादक राज्यों में गिना जाता है। सीएम नायब सैनी ने आज संत कबीर कुटीर (मुख्यमंत्री आवास) में “मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक प्रोत्साहन योजना” के तहत दूध उत्पादकों और अंत्योदय परिवारों को सब्सिडी राशि वितरित की।”
सड़क किनारे सो रहा था कुत्ता, मोहसिन आया और डंडे से पीट-पीटकर मार डाला, Video
अमेरिका: इंडिया डे परेड में राम मंदिर झांकी का विरोध, इस्लामी संगठन बोले- ये मुसलमानों के खिलाफ