बर्मिंघम : शहर में चल रही है ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैम्पियनशिप में मेन्स सिंगल्स के क्वार्टर फाइनल में भारतीय शटलर किदांबी श्रीकांत के हारने के बाद टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती खत्म हो गई। इसके साथ ही इस टूर्नामेंट में भारत का पिछले 18 साल में एक खिताब जीतने का सपना टूट गया।
आखिर क्यों सख्त अंदाज में कोहली ने कही खिलाड़ियों से ऐसी बात
ऐसा रहा पूरा टूर्नामेंट
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार क्वार्टर फाइनल में किदांबी के सामने वर्ल्ड नंबर-1 जापान के केंटो मोमोटा की चुनौती थी, लेकिन वे इससे पार नहीं पा पाए। मोमोटा ने किदांबी को 21-12, 21-16 से हराया। किदांबी की मोमोटा के खिलाफ यह लगातार आठवीं हार थी। दोनों अब तक 14 बार कोर्ट पर एक दूसरे के आमने-सामने हुए हैं। इनमें से मोमोटा 11 बार जीतने में सफल रहे हैं।
भारतीय टीम की हार से भड़के फैंस, कहा रायडू-जडेजा को बाहर निकालो
ऐसे रैंकिंग के शीर्ष तक पहुंचे
जानकारी के अनुसार किदांबी ने आखिरी बार मोमोटा को 26 मार्च 2015 को इंडिया ओपन में 21-12, 15-21, 21-15 से हराया था। उसके बाद से दोनों के बीच आठ मैच हुए। मोमोटा सभी को जीतने में सफल रहे। श्रीकांत ने पिछले सत्र में एक भी खिताब नहीं जीत पाए थे। हालांकि, 2017 में उन्होंने चार अहम खिताब जीते थे। वे नवंबर 2017 में नंबर-2 की रैंकिंग तक भी पहुंचे थे। टूर्नामेंट में पिछली साल की सेमीफाइनलिस्ट पीवी सिंधु इस बार पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा था। मेन्स सिंगल्स में बी साई प्रणीत दूसरे दौर में हार गए थे।
चौथे वनडे में अफगानिस्तान ने आयरलैंड को 109 रनों से हराकर सीरीज में बनाई बढ़त
अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट में बड़ा अंतर, कम करने की जरूरत : मंधाना
दूसरे टी-20 मुकाबले में इंग्लैंड ने दी वेस्टइंडीज को 137 रनों से करारी शिकस्त