नई दिल्ली: ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज ने कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के सदस्यों पर कार्रवाई (गिरफ्तारी) को लेकर एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। प्रेस विज्ञप्ति में पसमांदा मुस्लिमों के संगठन ने कहा है कि, 'PFI इस्लाम के रक्षक के रूप में कार्य करके देश को गुमराह करने का प्रयास कर रहा है। हमने उनकी नीतियों का लगातार विरोध किया है और उन पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया है।'
पसमांदा मुस्लिमों के संगठन ने विज्ञप्ति में कहा है कि भारत सरकार की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने PFI की संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर ही उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया है और इसके कई कार्यकर्ताओं को अरेस्ट किया गया है। ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज छापा मारने के सरकार के फैसले से सहमत है। यह मानते हुए कि यह देश के सर्वोत्तम हित में है। हमारा संगठन भारतीय संविधान का पूर्ण समर्थन करता है। प्रेस विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा और संविधान के विरुद्ध किसी भी प्रकार की गतिविधि राष्ट्र विरोधी है और इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।
प्रेस विज्ञप्ति में पसमांदा मुस्लिमों के संगठन ने कहा है कि अगर यह कार्रवाई कानून के अनुपालन और आतंकवाद को रोकने के लिए की जा रही है, तो सभी को धैर्य रखना चाहिए। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों पर हत्या, हिंसा और आग्नेयशास्त्र रखने जैसे गंभीर अपराधों के इल्जाम लगाए गए हैं। हालांकि आरोपों को कोर्ट में साबित किया जाना चाहिए। विज्ञप्ति में कहा गया कि बीते कई दिनों से PFI की तरफ से देश विरोधी गतिविधियों की खबरें आ रही है। PFI के आरोपों के मद्देनज़र देश में मुसलमानों के लिए स्थिरता और सांति को आगे बढ़ाने में सहायता करना आवश्यक है।
संगठन ने विज्ञप्ति में कहा कि PFI अपने आप को इस्लाम के रक्षक के तौर पर पेश करके देश को गुमराह करने का प्रयास कर रहा है। मगर, यह रणनीति देश और मुस्लिम समुदाय दोनों के लिए हानिकारक है। महाज ने समय-समय पर PFI की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का विरोध किया है और उन पर प्रतिबंध लगाने का भी आह्वान किया है। संगठन ने कहा कि देश का विभाजन करने वाली ताकते अभी देश से गई नहीं है। हम किसी भी आतंकवादी, उग्रवादी व हिंसक गतिविधियों के विरुद्ध हैं।हम मुस्लिम समुदाय के 85% पसमांदा मुस्लिम इस कार्रवाई का समर्थन करते हैं।
आखिर क्या चाहता है PFI ?
बता दें कि, कट्टरपंथी इस्लामी संगठन PFI भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने के लिए ‘मिशन 2047’ पर काम कर रहा है। बिहार पुलिस ने इस साजिश का भंडाफोड़ किया है। PFI 2047 तक भारत को मुस्लिम मुल्क बनाने की साजिश रच रहा है और PFI ने इसके लिए बाकायदा चार स्टेज में योजना बना रखी है। बरामद दस्तावेज में यह खुलासा हुआ है, जिसमे कट्टरपंथ संगठन का स्पष्ट कहना है कि 75 वर्ष पूर्व एक इस्लामिक मुल्क (पाकिस्तान) भारत से अलग हुआ और जब 2047 में भारत आजादी के 100 वर्ष मनायेगा, तब तक भारत पूरी तरह इस्लामिक राष्ट्र में बदल जाएगा। पुलिस ने बताया कि डॉक्यूमेंट में यह भी कहा गया है कि 10 फीसद मुसलमान ही मेजॉरटी को घुटनों पर बैठाने के लिए काफी हैं और यदि 10 फीसद मुसलमान PFI के साथ जुड़ जाएं, तो 2047 तक भारत को मुस्लिम मुल्क बनने से कोई रोक नहीं सकता।
PFI ने बाकायदा अपने मिशन को कामयाब करने के लिए चार स्टेज में प्लान बना रखा है, जिसमें अधिक से अधिक मुस्लिमों को PFI से जोड़ना और देश के खिलाफ जंग करने जैसी बातें भी शामिल है। दस्तावेज में स्पष्ट लिखा हुआ है कि मुस्लिमों को एक करना है और हिन्दुओं में फूट डालना है। यही नहीं PFI मुसलमानों को मार्शल के तौर पर तैयार करेगी और फिर यह लोग मुसलमानों की मुखालफत करने वाले लोगों पर हमला करेंगे। चौथे चरण में PFI सत्ता हाथ में लेने का भी प्रयास करेगा और इसके लिए वह भारत से युद्ध करने के लिए भी तैयार है। PFI ने बताया है कि विश्व के इस्लामिक देश इस काम में उसे मदद भी देंगे। बता दें कि, कई आतंकी संगठन भी इसी मिशन पर काम कर रहे हैं, ऐसे में PFI और आतंकी संगठनों की मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता है।
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