श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार से मांग की है कि जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा जल्द से जल्द बहाल किया जाए, ताकि क्षेत्र की समस्याओं का समाधान हो सके। उन्होंने गुरु नानक देव के 555वें प्रकाश पर्व पर चांद नगर के गुरुद्वारा साहिब में मत्था टेकने के बाद यह बात कही। फारूक ने कहा कि सिख समुदाय को सरकार और विधानसभा में मजबूत भूमिका निभाने का मौका मिलना चाहिए, जिससे वे अपने मुद्दों को बेहतर तरीके से उठा सकें और उनका समाधान हो सके।
उन्होंने प्रशासन के तरीके पर सवाल उठाते हुए कहा कि केवल नौकरशाही के जरिए सरकार नहीं चलाई जा सकती। जनता को अपने जनप्रतिनिधियों के माध्यम से अपनी समस्याओं का समाधान चाहिए। फारूक ने अपने 1996 के मुख्यमंत्री कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता हमेशा जनता की आवाज को सरकार तक पहुंचाना रही है। जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार बनाई। कांग्रेस को 6 सीटें और बीजेपी को 29 सीटें मिलीं। उमर अब्दुल्ला ने मुख्यमंत्री पद संभाला है। नई विधानसभा में अनुच्छेद 370 की बहाली और जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस देने की मांग पर जोरदार बहस हो रही है।
फारूक ने कहा कि राज्य का दर्जा बहाल करना बेहद जरूरी है, क्योंकि इससे जनता को सही मायने में प्रतिनिधित्व मिलेगा। हाल ही में विधानसभा में अनुच्छेद 370 को लेकर हुई बहस के दौरान स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि हाथापाई तक हो गई थी। फारूक अब्दुल्ला ने जोर देकर कहा कि राज्य का दर्जा बहाल करके ही जनता की उम्मीदों को पूरा किया जा सकता है।
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