लखनऊ: उत्तर प्रदेश की इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेशों को समझ पाना अब आम आदमी के लिए भी आसान होगा. उच्च न्यायालय के आदेश को समझने के लिए अब अंग्रेजी जानने की अनिवार्यता नहीं होगी. नए साल के अवसर पर इलाहाबाद हाईकोर्ट हिंदी भाषी लोगों को बड़ा उपहार देने का ऐलान किया है. इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश अब जनवरी महीने से हिंदी में भी उपलब्ध कराए जाएंगे. हिंदी भाषा में उच्च न्यायालय का आदेश हासिल करने के लिए आवेदन देना होगा, अनुवादक द्वारा अंग्रेजी के आदेश को हिंदी में अनुवाद कर आदेश की सत्यापित प्रतिलिपि प्रदान की जाएगी.
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उल्लेखनीय है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेशों को हिंदी में उपलब्ध कराने के लिए पिछले साल से ही कोशिशें शुरू हो गई थी. इसके लिए दो बार बैठक भी आयोजित की गई थी. हालांकि सोमवार को वरिष्ठ न्यायाधीशों की प्रशासनिक समिति ने एक और बैठक बुलाई, जिसमें इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेशों को हिंदी में भी उपलब्ध कराए जाने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी गई. बैठक में यह फैसला लिया गया कि जो भी व्यक्ति हिंदी में अदालत के आदेश की प्रतिलिपि चाहेगा वह आवेदन करके आदेश की सत्यापित प्रतिलिपि हिंदी में प्राप्त कर सकेगा.
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दरअसल, इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश अंग्रेजी में ही होते हैं, हिंदी भाषी क्षेत्र से आने वाले लोग आम तौर पर हाईकोर्ट के आदेश को समझ नहीं पाते हैं. ऐसे में अदालत ने एक बेहद ही प्रभावशाली पहल का आगाज़ किया है और अपने आदेश की प्रतियां हिंदी में भी उपलब्ध कराने का फैसला लिया है. इस प्रक्रिया को सुचारु तरीके से संचालित करने के लिए अब उच्च न्यायालय में अनुवादकों की नियुक्ति की जाएगी. यह अनुवादक ही आदेश की प्रति का हिंदी में अनुवाद करेंगे और जब तय किए गए शुल्क को जमा कर संबंधित व्यक्ति आवेदन करेगा तो उसे आदेश की हिंदी प्रतिलिपि प्रदान की जाएगी.
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