इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में दो ईसाई परिवारों पर ईशनिंदा के आरोप में मुस्लिम भीड़ ने हमला किया, जिससे मानवाधिकार समूहों में चिंता पैदा हो गई है। यह घटना सरगोधा जिले की मुजाहिद कॉलोनी में हुई, जहाँ बड़ी संख्या में लोग परिवारों के घरों के बाहर जमा हो गए, नारे लगाने लगे और पत्थरबाजी करने लगे। हमलावरों ने ईसाइयों पर इस्लाम के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया और पास के एक चर्च को भी निशाना बनाया। रिपोर्ट के अनुसार, मुजाहिद कॉलोनी में ईसाई समुदाय के दो ही घर हैं, जिन पर हमला हुआ है।
کل تک کرغستان میں پھنسے پاکستانیوں کی رہائی کی دعائیں کرنے والی عوام آج خود فیصلہ سنا رہی ہے،
— استاد ???????? ✍ (@UstadSays) May 25, 2024
جب اس ملک میں قانون اور عدالتیں موجود ہیں تو پھر اداروں کو کام کرنے دیں#Sargodha pic.twitter.com/TVxV7qxVLO
जूता व्यवसाय चलाने वाले एक परिवार के मुखिया नजीर मसीह को हिंसा की धमकियाँ दी गईं, उनकी फैक्ट्री में आग लगा दी गई और उनकी दुकान लूट ली गई। हालाँकि उनके घर को जलाने की कोशिश की गई, लेकिन पुलिस के हस्तक्षेप से और नुकसान होने से बच गया। माना जाता है कि ज़्यादातर हमलावर तहरीक-ए-लब्बैक संगठन से जुड़े हुए हैं। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया तथा व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त कर्मियों को तैनात किया। हमलावरों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है, जिसमें 25 लोगों को पहले ही हिरासत में लिया जा चुका है। पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने इस घटना पर चिंता जताते हुए सरकार से अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने का आग्रह किया है।
हमले के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, लेकिन पाकिस्तानी सरकार ने उन्हें झूठा करार देते हुए गलत सूचना के प्रति आगाह किया है। फिलहाल, हमले में घायल एक व्यक्ति का इलाज चल रहा है।
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