नईदिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस के साथ आए ओबीसी नेता, अल्पेश ठाकोर एक सशक्त नेता के तौर पर सामने आए हैं। उनकी इमेज सामाजिक कार्यकर्ता की नज़र आ रही है। गुजरात में लगभग 50 प्रतिशत मतदाता पिछड़ा वर्ग से आते हैं।
इस दौरान इस वर्ग से आने वाले नेता किसी भी दल का गणित प्रभावित कर सकते हैं। अल्पेश ठाकोर का कांग्रेस में जाना भाजपा के लिए, एक बड़ी परेशानी साबित हो सकता है। माना जा रहा है कि अल्पेश ठाकोर के कांग्रेस के समर्थन में होने से बड़े पैमाने पर ओबीसी वोट कांग्रेस के पक्ष में जा सकते हैं।
अल्पेश ठाकोर की उपलब्धियों की बात की जाए जो ओबीसी के 146 समुदायों को एकजुट किया गया है। लगभग 5 वर्ष पूर्व, उन्होंने गुजरात में क्षत्रिय ठाकोर सेना का गठिन किया था। इस संस्था में लगभग 6.5 लाख सदस्य रजिस्टर्ड हैं। अल्पेश ठाकोर ने ओबीसी, एससी व एसटी समुदाय को एकसाथ लाने का प्रयास किया।
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