आतंकी हमले का डर अमरनाथ यात्रा पर शुरू से रहा है और अब लश्कर के आतंकी इसे निशाना बना सकते. लश्कर के करीब 20 आतंकी अमरनाथ यात्रा पर निगाहें जमाये हुए है और उनका आने जाने का रास्ता और ठिकाना दोनों पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में है. यही से वे घुसपैठ कर अपने इरादों को अंजाम देने की सोच रहे है.
इससे पहले 14 जून को सीनियर जर्नलिस्ट शुजात बुखारी और उनके निजी सुरक्षाकर्मियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई थी . घटना श्रीनगर के लालचौक के पास स्थित प्रेस एन्क्लेव में उस वक्त हुई थी जब वे रोज़ा इफ्तियार के लिए जा रहे थे. शुजात बुखारी की हत्या मामले में कश्मीर के आईजीपी एसपी पाणी ने कहा था कि मामले में पाकिस्तान का हाथ है. आईजीपी के मुताबिक, पुलिस के पास पुख्ता सबूत हैं, जिनसे साबित होता है कि हत्या की साजिश पाकिस्तान में रची गई. इसके पीछे आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ है.
आईजीपी ने चार आरोपियों की पहचान जाहिर करते हुए बताया कि चारों लश्कर के लड़ाके हैं. पुलिस के मुताबिक, इनमें से तीन लड़ाकों की पहचान नवीद जट्ट, आजाद अहमद मलिक और सज्जाद गुल के रूप में हुई. चौथे आतंकी की पहचान नहीं हो पाई. आईजीपी ने कहा, 'चार आरोपियों में से मास्टरमाइंड सज्जाद गुल श्रीनगर का है, लेकिन इस वक्त पाकिस्तान में है. सज्जाद गुल इससे पहले नई दिल्ली और श्रीनगर में आतंकी गतिविधियों में पकड़ा गया था. 2017 में वह पाकिस्तान भाग गया और उसके लिए लुकआउट नोटिस जारी किया गया है.' इसी के बाद से अमरनाथ यात्रा पर भी खतरे की जानकारी एजेंसियों को मिल रही थी.
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