जम्मूः खराब मौसम के चलते रूके अमरनाथ यात्रा को मौसम साफ होने के बाद पुनः बहाल कर दिया गया है। यह यात्रा बालटाल ट्रैक से बहाल की गयी है। आधार शिविर भगवती नगर से शनिवार को 171 छोटे बड़े वाहनों में कड़ी सुरक्षा के बीच 4094 यात्रियों का जत्था घाटी के लिए रवाना हुआ। इसमें 2975 पुरुष, 955 महिलाएं, 20 बच्चे और 144 साधु शामिल रहे। पवित्र हिमलिंग के दर्शन के लिए पहुंच रहे श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह है।
इस साल यात्रा नया रिकार्ड बनाने की ओर आगे बढ़ रही है। कश्मीर में शांतिपूर्ण हालात और मौसम के अनुकूल रहने से यात्रा में अब तक कोई खास अड़चन नहीं आई है। यात्रा के 20वें दिन बालटाल और पहलगाम ट्रैक से 20915 यात्रियों ने पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन किए।इसके साथ दर्शनार्थी यात्रियों का आंकड़ा 259889 तक पहुंच गया है। बाबा के दरबार में हाजिरी देने के लिए देशभर से रोजाना काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। यात्रियों का अभी तक मौसम ने साथ दिया है।
पवित्र गुफा की खोज सन 1850 में एक मुस्लिम चरवाहा बूटा मलिक ने की थी। किवदंतियों के अनुसार, एक सूफी संत ने चरवाहे को कोयले से भरा एक बैग दिया था, बाद में कोयला सोने में बदल गया था। लगभग 150 सालों से चरवाहे के वंशजों को पवित्र गुफा पर आने वाले चड़ावे का कुछ भाग दिया जाता है। इस साल 45 दिवसीय अमरनाथ यात्रा का समापन 15 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के साथ होगा।
अमरनाथ यात्रा: सावन महीने में बढ़ सकती है श्रद्धालुओं की तादाद, सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
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