नई दिल्ली: भारतीय पॉलीमैथ और नागरिक अधिकार कार्यकर्ता बी आर अंबेडकर की स्मृति में 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती या भीम जयंती का वार्षिक उत्सव मनाया जाता है। डॉ भीम राव अंबेडकर की 130वीं जयंती पर भारत के उपराष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडू ने भारतीय संविधान निर्माता डॉ भीम राव अंबेडकर को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
महान समाज सुधारक, उत्कृष्ट बौद्धिक और भारतीय संविधान के मुख्य निर्माता डॉ #BRAmbedkar को आज उनकी जयंती पर याद करते हुए। नायडू के तीन ट्वीट्स में से एक ने आज सुबह पोस्ट किया, #Babasaheb एक सच्चे मानवतावादी थे, जिन्होंने अपने जीवन के माध्यम से जातिगत बाधाओं और सामाजिक असमानताओं को खत्म करने के लिए प्रयास किया।
उपराष्ट्रपति के दूसरे ट्वीट में कहा गया, संविधान का मसौदा तैयार करने और असमानता की कमियों को पाटने में बाबा साहेब के तारकीय योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। अंबेडकर ने असमानताओं के खिलाफ अपनी लड़ाई, सामाजिक सुधार लाने और प्रगतिशील विचारधाराओं का प्रचार करने में खर्च किया। भारतीय संविधान बनाने में भी उनका अहम योगदान रहा। उन्हें 1990 में देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। 31 मार्च 2021 को भारत सरकार ने अंबेडकर जयंती के कारण 14 अप्रैल को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का निर्णय लिया।
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