वाॅशिंगटन : सीरिया में हिंसा को रोकने और वहां पर विभिन्न सहायताऐं पहुंचाने के साथ जीवन को बेहतर बनाने के लिए अमेरिका और रूस विशेष प्रयास कर रहे हैं। अमेरिका ने इस बात का उल्लेख चीन में आयोजित किए जा रहे जी-20 शिखर सम्मेलन में किया। दरअसल अमेरिका की ओर से कहा गया कि उनका प्रयास सटिक होगा। गौरतलब है कि यह बात चीन में आयोजित किए गए जी - 20 शिखर सम्मेलन में सामने आई।
इस मामले में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि सीरिया में गृहयुद्ध समाप्त होने के लिए क्या आवश्यक है? आखिर कौन सा समूह अमेरिकी और रूसी सेना के टारगेट पर होगा? इसको लेकर अमेरिका और रूस के मध्य काफी मतभेद हैं। उनका कहना था कि ठोस समझौते के पहुंचने की हमें कोशिश करनी होगी। दरअसल बराक ओबामा ने ऐसे समय टिप्पणी की जब अमेरिकी विदेश मंत्री जाॅन केरी और रूस के विदेश मंत्री सेरगी लावरोव सीरिया में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट व चरमपंथियों के विरूद्ध अमेरिकी, रूसी व सैन्य सहयोग को बढ़ाने के लिए प्रयास कर रहे है।
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में सारी स्थिति स्पष्ट है यह कहा जाता है तो यह कुछ बेमानी होगी। मगर इतना जरूर कहा जा सकता है कि इस दिशा में तरक्की की संभावना जरूर है। हालांकि अभी भी मास्को के अधिकारियों और नेताओं का मानना है कि यहां पर स्थितियों को सामान्य बनाने के लिए काफी समय लगेगा।
दरअसल सीरिया के राष्ट्रपति बशर-अल असद द्वारा बमबारी को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के प्रावधान इसमें शामिल किए जा रहे हैं। इस मामले में अमेरिका और ब्रिटेन के नेताओं ने आपस में चर्चा की। ओबामा ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री टेरिजा से भेंट भी की।