वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान पर फिर प्रतिबन्ध लगा दिए हैं, किन्तु अमेरिका और ईरान के इस मसले का भारत पर गहरा असर पड़ने की सम्भावना जताई जा रही है. बताया जा रहा है कि ईरान पर प्रतिबन्ध लगने के बाद भारतीय तेल आयात पर गंभीर असर पड़ेगा. इससे पहले 2015 में ईरान के साथ परमाणु समझौता होने के बाद अमेरिका ने उस पर से प्रतिबंध हटा लिए थे लेकिन ट्रंप ने अपने पूर्ववर्ती बराक ओबामा के कार्यकाल में हुए समझौते को फिजूल करार देते हुए उसे तोड़ दिया था.
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हालाँकि, प्रतिबन्ध लागू करते हुए ट्रम्प ने ये भी कहा है कि वे ईरान के साथ नया परमाणु समझौता करने को तैयार हैं. अगर भारत की बात करें तो ईरान और भारत में अच्छे व्यापारिक सम्बन्ध हैं, भारत भारी मात्रा में ईरान से तेल आयात करता है, इन्ही व्यापार संबंधों के कारण ईरान ने भारत को चाबहार बंदरगाह में साझेदारी का मौका दिया है.
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अमेरिका द्वारा ईरान पर लगाए गए प्रतिबंधों में ईरान के ऑटोमोटिव सेक्टर और सोना व अन्य बहुमूल्य धातुओं का व्यापार भी शामिल है. प्रतिबंधों से ईरान का ऊर्जा क्षेत्र खासतौर से पेट्रोलियम से जुड़ा कारोबार प्रभावित होगा, सेंट्रल बैंक ऑफ ईरान के विदेशी आर्थिक संगठनों के लेन-देन पर भी रोक लगाई गई है, इससे ईरान की मुद्रा रियाल में और ज्यादा गिरावट आएगी और देश की अर्थव्यवस्था खराब होगी, जिससे ईरान-भारत व्यापार प्रभावित होने की सम्भावना है.
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