वाशिंगटन: अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) और फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने शुक्रवार (13 जनवरी) को कहा है कि अमेरिकी दवा निर्माता Pfizer Inc और जर्मन कंपनी BioNTech की कोरोना वैक्सीन से बुजुर्गों में ब्रेन स्ट्रोक का खतरा हो सकता है. रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि CDC ने व्यस्कों को कोविड-19 वैक्सीन लगवाने की हिदायत दी है.
रिपोर्ट के अनुसार, ये निष्कर्ष अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा किए गए विश्लेषण के प्रारंभिक आंकड़ों के मुताबिक थे. सेफ्टी मॉनिटरिंग सिस्टम ने जानकारी दी है कि CDC वैक्सीन डेटाबेस ने एक संभावित सुरक्षा मुद्दे को उजागर किया था, जिसमें 65 और उससे अधिक आयु के लोगों को Pfizer/BioNTech वैक्सीन लेने के 21 दिनों बाद इस्केमिक स्ट्रोक होने की ज्यादा संभावना थी. बता दें कि, इस्केमिक स्ट्रोक मस्तिष्क तक रक्त ले जाने वाली धमनियों में रुकावट आने की वजह से होता है. इसे ब्रेन इस्केमिया के नाम से भी जाना जाता है. FDA और CDC ने बताया है कि अध्ययन, CDC का वैक्सीन एडवर्स इवेंट रिपोर्टिंग सिस्टम, अन्य देशों के डेटाबेस और Pfizer-BioNTech के डेटाबेस ने इस सुरक्षा मुद्दे को चिह्नित नहीं किया है क्योंकि इसके लिए ज्यादा जांच की जरूरत है.
स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, वर्तमान में मौजूद डेटा से पता चलता है कि यह काफी कम संभावना है कि VSD (वैक्सीन सेफ्टी डेटालिंक) में संकेत एक जोखिम बताता है. हमारा मानना है कि इस जानकारी को लोगों के साथ शेयर करना बेहद अहम है. Pfizer/BioNTech ने एक बयान में कहा कि उन्हें टीकाकरण के बाद 65 और उससे ज्यादा आयु के लोगों में इस्केमिक स्ट्रोक की सीमित रिपोर्ट के सम्बन्ध में अवगत करा दिया गया है.
कंपनियों ने कहा है कि, 'न तो Pfizer/BioNTech और न ही CDC या FDA ने अमेरिका और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई अन्य निगरानी प्रणालियों में समान निष्कर्षों को देखा है और यह निष्कर्ष निकालने के लिए कोई प्रमाण नहीं है कि इस्केमिक स्ट्रोक कंपनियों के COVID-19 वैक्सीन के इस्तेमाल से जुड़ा है.' रिपोर्ट के अनुसार, CDC और FDA दोनों ने सिफारिश की है कि छह माह और उससे अधिक आयु के सभी लोग पूरी तरह वैक्सीनेशन कराएं.
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