नई दिल्ली। भारत और ईरान के बीच विकसित होने वाले चाबहार पोर्ट को विकसित करने के काम में कुछ परेशानी आ सकती है। जी हां, इस पोर्ट के निर्माताओं को डर लग रहा है कि कहीं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान को प्रतिबंध न कर दें। यदि ऐसा होता है तो इस पोर्ट का निर्माण खटाई में पड़ सकता है।
दरअसल अमेरिका, ईरान को मध्यपूर्व के लिए एक बड़ा खतरा मान रहा है। अमेरिका का मत है कि वह ईरान के परमाणु कार्यक्रम के विरूद्ध है। बीते समय से यह आशंका जताई जा रही है कि अब अमेरिका फिर से ईरान को प्रतिबंधित कर सकता है। इतना ही नहीं पश्चिमी कंपनियों द्वारा चाबहार पोर्ट से जुड़े निर्माण कार्य के टेंडर में अब कंपनियां तक इंट्रेस्ट नहीं ले रही हैं।
मिली जानकारी के अनुसार साउथ ईस्ट ईरान में चाबहार के माध्यम से अफगानिस्तान पहुंचने हेतु भारत को पाकिस्तान के सहारे की आवश्यकता नहीं होगी। मगर इस पोर्ट के निर्माण के लिए यह आवश्यक है कि अमेरिका किसी तरह का प्रतिबंध न लगाए और कंपनियां इस पोर्ट से जुड़े कार्यों को करने के लिए तैयार रहे। गौरतलब है कि अभ्ी तक इसके निर्माण कार्य का टेंडर किसी भी कंपनी को इश्यु नहीं हो सका है।
आतंकी हमला करने दाखिल हुए 4 आतंकवादी, हाई अलर्ट जारी
अमेरिकी थिंक टैंक ने दी पाकिस्तान को आतंकी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी