वाशिंगटन: विश्व के लिए इस वक़्त कोरोना वायरस महामारी से निपटना एक चुनौती बन गई है। इस वायरस की शुरुआत गत वर्ष चीन के वुहान से हुई थी। यह वायरस अब तक़रीबन पूरी दुनिया को प्रभावित कर चुका है। इसी मामले को लेकर जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने मीटिंग बुलाई तो यहां भी अमेरिका और चीन आमने-सामने आ गए।
अमेरिका अब तक संयुक्त राष्ट्र (UN) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की भूमिका पर सवाल खड़े किए थे तो वहीं चीन ने दोनों संस्थाओं की प्रशंसा कर दी। कोरोना वायरस के मामले को लेकर UNSC ने गुरुवार को वर्चुअल महाबैठक बुलाई थी। मीटिंग में चीन ने कहा कि कोरोना वायरस एक वैश्विक चुनौती है जिसमें UN और WHO की तरफ से जो अगुवाई की जा रही है। उसकी चीन सराहना करता है। यह वायरस सभी के लिए खतरा है, जिसमें सभी को मिलकर काम करना होगा। चीन यूएन की उस अपील का भी समर्थन करता है जहां उसने सभी देशों से अपने मतभेद भुलाकर कोरोना से जंग करने की बात कही है।
चीन का कहना है कि जब वह संकट से जूझ रहा था तो कई देशों ने उनकी सहायता की थी अब वह 100 से अधिक देशों की मदद कर रहा है। वहीं अमेरिका ने एक बार फिर चीन की नीयत पर सवाल खड़े किए हैं। अमेरिका का कहना है कि संकट के इस दौर में पारदर्शिता रखने की जरुरत है जिससे कि हर कोई हकीकत जान सके। अमेरिका ने दावा किया है कि इस समय वह दुनिया के विभिन्न देशों के साथ मिलकर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है।
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