वाशिंगटन: अमेरिका ने अपने एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस अब्राहम लिंकन को अरब की खाड़ी में तैनात कर दिया है. इस तैनाती को ईरान के साथ अमेरिका के बिगड़े रिश्तों से जोड़ कर देखा जा रहा है. दोनों राष्ट्रों के बीच हाल के कुछ महीनों में तनाव गहराता जा रहा हैं. ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड की ओर से युद्ध न भड़क जाए, इससे बचने के लिए अमेरिका ने यूएसएस अब्राहम लिंकन को अरब की खाड़ी में तैनात किया है.
यूएसएस अब्राहम लिंकन पर तैनात अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि उनके सामने कोई भी चुनौती आएगी तो वे इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे. अमेरिका की नौसेना ने इस संबंध में बात करने से इंकार कर दिया है कि वे अरब की खाड़ी में हॉर्मूज के पास से क्यों नहीं गए? उन्होंने कहा कि वे उस स्थान पर किसी भी तरह के मिशन के लिए तैयार हैं. हालाकि लिंकन के कप्तान पुत्नम ब्राउन ने मीडिया से कहा कि "आप अनजाने में तो कुछ बढ़ाना नहीं चाहेंगे."
आपको बता दें कि हॉर्मूज पर ईरान इसलिए बार-बार दम भरता रहता है, क्योंकि यह ऐसा स्थान है जहां से तेल सप्लाई का रास्ता खुलता है. अगर ईरान हॉर्मूज का रास्ता बंद करता है तो तेल के लिए विश्व भर में हाहाकार मच जाएगा. मई में व्हाइट हाउस ने यूएसएस लिंकन और उसके पूरे बेड़े को मिड ईस्ट की ओर बी-52 और सैन्य बल के साथ जाने को कहा था.
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