वॉशिंग्टन: डोनाल्ड ट्रंप सरकार ने अमेरिका की तथाकथित रणनीतिक व्यापार अधिकरण-1 (एसटीए-1) की सूची में भारत को स्थान दिया है। इससे यहां से भारत को उच्च प्रौद्योगिकी वाले उत्पादों का निर्यात करना आसान होगा। इससे भारत मे विकास दर और तेज करने मे मदद मिलेंगी और साथ ही दोनों देशों के बीच के रिश्ते और भी बेहतर होंगे। हालांकि भारत की तरफ से किसी भी नेता या अधिकारी ने इस मामले मे अभी तक कोई बयान नहीं दिया है।
हालांकि अमेरिका में भारत के राजदूत नवतेज सिंह सरना ने इस निर्णय को आर्थिक और सुरक्षा के क्षेत्रों में भागीदार के रूप में भारत के प्रति अमेरिका के बढ़ते भरोसे का नतीजा बताया है । उन्होंने कहा है कि इससे द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को बढ़ावा मिलेगा। आपको बता दे कि अमेरिका ने पहले ही 2016 में भारत को प्रमुख रक्षा भागीदार के रूप में मान्यता दे दी थी। परंतु तब इसे एसटीए-2 की श्रेणी मे रखा गया था, लेकिन बीते सोमवार को अमेरिका द्वारा भारत को एसटीए-1 का दर्जा दिया गया है।
अमेरिका के वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस द्वारा भारत को एसटीए-1 का दर्जा देने की घोषणा के बाद सरना ने एक कार्यक्रम में अपने संबोधन में यह बात कही। उन्होने इस खबर की जानकारी अपने टिवीटर अकाउंट पर भी साझा की है।
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