पटना: भारत से तस्करी कर विदेशों में बेच दी गई प्राचीन भारतीय मूर्तियों को केंद्र की मोदी सरकार लगातार वापस ला रही है। इसी कड़ी में बिहार से चोरी कर अमेरिका ले जाई गई नालंदा स्थित बुद्ध शाक्यमुनि या बोधिसत्व की नक्काशीदार कांस्य की मूर्ति को अब अमेरिका स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास को वापस लौटा दिया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा दूसरी बार हो रहा है जब नालंदा की बुद्ध की मूर्ति को भारत को वापस किया गया है। इससे पहले 2018 में लंदन ने ऐसी ही एक मूर्ति को वापस लौटाया था। इन प्रतिमाओं को भारत के नालंदा स्थित म्यूजियम से चोरी किया गया था। 1960 के दशक की शुरुआत में पश्चिमी देशों में इन्हे बेच दिया गया था। गौरतलब है कि 22 अगस्त, 1961 और मार्च 1962 में नालंदा संग्रहालय में लूटपाट हुई थी। यहाँ से 1961 में कांस्य की 14 मूर्तियां लूट ली गई थी। इसे भारत को वापस लौटाने के लिए 15 अगस्त 2018 को लंदन में एक शानदार समारोह का आयोजन किया गया था। उस दौरान कलाकृतियों की अवैध तस्करी से निपटने के लिए काम कर रहे एक्टिविस्ट्स ने इसकी प्रशंसा भी की थी।
बता दें कि बोधिसत्व मैत्रेय के नाम से जानी जाने वाली बुद्ध शाक्यमुनि की प्रतिमा सोने और तांबे की मिश्रित धातु से निर्मित है। इससे पहले इसके लिए पर्याप्त सबूत नहीं होने की वजह से अंमेरिका के लॉस एंजिल्स काउंटी संग्रहालय (LCAME) में इस प्रतिमा को रखा गया था। इसको लेकर इंडिया प्राइड प्रोजेक्ट के एस विजयकुमार कहते हैं कि ये केस होमलैंड सुरक्षा एजेंसियों और एजेंटों के साथ लगतार सहयोग से अवैध तरीके से पुरातात्विक अवशेषों की तस्करी के खिलाफ लड़ाई में अहम जीत थी। यह विशेष मामला 1961 से ही चल रहा है, जबकि LACMA 1970 के दशक से इसके लिए प्रमाण खोज रहा था।
पंजाब में हुई अनोखी शादी, विवाह के बाद 'दूल्हे' को विदा करके अपने घर ले गई दुल्हन
बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर झारखंड सरकार सख्त, स्कूलों के लिए जारी की नई गाइडलाइन्स
बिहार के समस्तीपुर में भड़की भीषण आग, 30 घर जलकर ख़ाक..,1 मासूम की मौत, कई मवेशी भी जिन्दा जले