वाशिंगटन: अमेरिका स्थित एक चुनाव विशेषज्ञ ने बताया है कि भारत में आगामी लोक सभा चुनाव, देश के इतिहास में और दुनिया के किसी भी लोकतांत्रिक देश के सबसे खर्चीले चुनावों में से एक होने वाला है। भारत का निर्वाचन आयोग जल्द ही 543 सदस्यीय लोकसभा के लिए चुनाव कार्यक्रम का ऐलान कर सकता है। 'कारनीज एंडोमेंट फोर इंटरनेशनल पीस थिंकटैंक' में सीनियर और दक्षिण एशिया कार्यक्रम के डायरेक्टर मिलन वैष्णव ने प्रेस वालों को बताया है कि 2016 में अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव तथा कांग्रेस चुनावों में लगभग 6.5 अरब अमेरिकी डॉलर खर्च हुए थे।
हाफिज सईद के संगठन पर बैन, अंतर्राष्ट्रीय दबाव के कारण पाक की कार्यवाही या फिर ढकोसला
उन्होंने बताया है कि वहीं अगर देखा जाए तो, भारत में 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में पांच अरब अमेरिकी डॉलर खर्च हुए थे, इसको देखते हुए तो 2019 के चुनाव में खर्च का यह आंकड़ा आसानी से पार हो सकता है, अगर ऐसा होता है तो यह विश्व का सबसे खर्चीला चुनाव साबित होगा।" विपक्षी दल आगामी लोकसभा चुनाव के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम यानि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने की साझा रणनीति को लेकर 27 फरवरी को दिल्ली में महत्वपूर्ण बैठक करने वाले हैं। सूत्रों ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी दी है। 13 फरवरी को कांग्रेस सहित छह मुख्य विपक्षी पार्टियों के नेताओं के बीच हुई मीटिंग में साझा रणनीति बनाने का निर्णय लिया गया था। इसके बाद यह घोषणा की गई थी कि लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव पूर्व गठबंधन और एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
ह्यू जैकमैन ने किया इतना बड़ा कारनामा, गिनीज बुक में दर्ज हुआ नाम
उस बैठक में काग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष एवं पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, आम आदमी पार्टी अध्यक्ष एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, आंध्र प्रदेश के सीएम एवं तेदेपा अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू और नेशनल कांफ्रेस अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला सहित अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया था। सूत्रों के अनुसार चुनाव पूर्व गठबंधन का समर्थन नहीं कर रहे वाम दल इस बैठक में शामिल होंगे।
खबरें और भी:-
शशि थरूर का ट्वीट, कारगिल युद्ध के समय तो पाक के विरुद्ध खेला था भारत फिर अब...
सियोल शांति पुरस्कार मिलने पर बोले पीएम मोदी, ये सभी देशवासियों का सम्मान