वाशिंगटन: अमेरिका के संसद के ऊपरी सदन सीनेट में 21 जनवरी 2020 को राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की सुनवाई शुरू की जाने वाली है. वहीं इस बात कि जानकारी ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के एक वरिष्ठ सांसद ने दी है. जंहा विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के बहुमत वाले संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा ने गत 18 दिसंबर को महाभियोग प्रस्ताव पर मुहर लगा दी गई है.
ट्रंप के खिलाफ सत्ता के दुरुपयोग और संसद की कार्यवाही में रोड़ा अटकाने के आरोप: सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ट्रंप के खिलाफ सत्ता के दुरुपयोग और संसद की कार्यवाही में रोड़ा अटकाने के आरोप तय किए गए हैं. रिपब्लिकन पार्टी के बहुमत वाले ऊपरी सदन में अब यह तय होना है कि ट्रंप राष्ट्रपति पद पर बने रहेंगे या नहीं.
सीनेट 21 जनवरी को ट्रंप के खिलाफ महाभियोग पर सुनवाई शुरू कर सकती है: वहीं इस बात का पता चला है कि रिपब्लिकन सीनेटर जॉन कोर्निन ने बीते सोमवार को पत्रकारों को बताया कि सीनेट 21 जनवरी 2020 को महाभियोग पर सुनवाई शुरू कर सकती है. प्रतिनिधि सभा से महाभियोग का प्रस्ताव मिलने के बाद सीनेट को सुनवाई प्रारंभ करने में कुछ दिन का समय लग सकता है. वहीं सीनेट में सुनवाई के नियम तय करने के लिए एक प्रस्ताव भी पारित किया जाएगा.
डेमोक्रेटिक पार्टी के चुनिंदा सदस्य सीनेट में ट्रंप के खिलाफ मजबूती से दलील रखेंगे: जंहा यह भी कहा जा रहा है कि प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी इसी हफ्ते प्रस्ताव सीनेट के पास भेज सकती हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार के अनुसार, स्पीकर और डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता पेलोसी आने वाले दिनों में सीनेट में अपनी पार्टी के ऐसे करीब छह सदस्यों का चयन करेंगी, जो ट्रंप को राष्ट्रपति पद से हटाने के लिए मजबूती से दलील रख सकें.
इस मामले में है महाभियोग: लेकिन ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने गत वर्ष 25 जुलाई को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से फोन पर बात की थी. इसमें उन्होंने जेलेंस्की पर इस साल नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में अपने संभावित डेमोक्रेट प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन को बदनाम करने के लिए दबाव बना रहा था.
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