नई दिल्लीः भारतीय बाजार में अमेरिकी डेयरी उत्पादों की कीमतों में कमी आ सकती है। इस मामले में अगले सप्ताह सचिवों की अंतर मंत्रालयी समिति विचार करेगी। इसके तहत डेयरी उत्पादों से लेकर मेडिकल डिवाइस और अखरोट जैसे उत्पादों पर आयात शुल्क में राहत देने का प्रस्ताव है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय कारोबार को रफ्तार देने की दिशा में हो रही बातचीत के तहत यह कदम उठाया जाना है।
अमेरिका की तरफ से भी कुछ भारतीय उत्पादों को बाजार पहुंच आसान बनाने का फैसला हो सकता है। कहा जा रहा है कि अमेरिका जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंस (जीएसपी) के तहत मिलने वाली ड्यूटी राहत फिर से शुरू कर सकता है।विभिन्न मंत्रालयों के साथ चर्चा के लिए जारी कुछ उत्पादों की सूची के मुताबिक अमेरिका से आयात होने वाले मेडिकल, डेयरी और कृषि क्षेत्र के कुछ उत्पादों के अलावा सेब और अखरोट पर आयात शुल्क की दर घटाने का प्रस्ताव है।
इसके अतिरिक्त दालों पर आयात शुल्क में कमी का प्रस्ताव भी वाणिज्य मंत्रालय ने किया है, जिस पर कृषि मंत्रालय की राय मांगी गई है। सूत्रों के अनुसार, अमेरिका से आयात होने वाले फ्रोजन चिकन और बरबॉन व्हिस्की पर भी आयात शुल्क की दर घटाने का प्रस्ताव है। सेब पर आयात शुल्क की दर को 50 से घटाकर 10 फीसद और अखरोट पर सौ फीसद से घटाकर दस फीसद करने का प्रस्ताव है। इस मुद्दे पर सोमवार को बैठक होने की संभावना है।
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