लंदन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमवार को ब्रिटेन पहुंचे हैं. व्हाइट हाउस इस यात्रा को अमेरिका और उसके पुराने मित्र रहे ब्रिटेन के मध्य साझा बलिदान और सेवा को आदर देने का मौका मान रहा है. ट्रंप की ये यात्रा राजकीय होगी. इस यात्रा के एजेंडे में लंदन में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के साथ भेंट, इंग्लिश चैनल के दोनों तरफ डी-डे स्मृति समारोह और राष्ट्रपति के रूप में आयरलैंड का उनका पहला दौरा शामिल है.
हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति ऐसे वक़्त में पहुंच रहे हैं जब उनके देश में उन पर महाभियोग का संकट है तो अटलांटिक महासागर के इस तरफ भी राजनीतिक अनिश्चितता बनी हुई है. ट्रंप की यात्रा के कुछ दिन बाद ब्रिटिश पीएम टेरेसा मे अपना पद त्याग सकती हैं. इसी दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों द्वितीय विश्व युद्ध की 75वीं बरसी पर बहुराष्ट्रीय संबंधों को सशक्त करने का आह्वान कर सकते हैं.
सेंटर फॉर स्ट्रेटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज के उपाध्यक्ष हीथर कोनली ने कहा है कि, ‘‘मुझे पूरी आशा है कि राष्ट्रपति और सभी नेता डी-डे के असाधारण पराक्रम पर फोकस रखेंगे.’’ ट्रंप और उनका परिवार ब्रिटेन में दो दिन तक ठाट-बाट के साथ ही जबरदस्त विरोध प्रदर्शन का भी सामना कर सकता है. इस दौरान शाही परिवार के साथ वार्ता और बकिंघम पैलेस में शानदार रात्रिभोज भी उनके स्वागत में आयोजित किया जाएगा.
World Cup 2019 : 300 का आंकड़ा पार करते ही बांग्लादेश ने रच दिया इतिहास
ग्रेट वाल ऑफ़ चाइना के लिए तय होगी पर्यटलों की सीमा, एक दिन में केवल इतने लोगों को मिलेगी एंट्री